नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली के चुनिंदा इलाकों में आ रही गंदे पानी की समस्या का आधुनिक तकनीक की मदद से स्थाई समाधान करने में जुटा हुआ है। वही मानसून के मौसम में जलभराव होने से अक्सर गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायतें भी बढ़ जाती हैं। इसका स्थाई समाधान करने को लेकर दिल्ली जल बोर्ड एक्शन प्लान तैयार करने में जुट गया है।
प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई
डीजेबी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है। इसी कड़ी में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बुधवार को अलग-अलग विधानसभा के विधायकों और डीजेबी के आला अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय मैराथन बैठक की। बैठकों का यह दौर 8 घंटे तक चला। डीजेबी उपाध्यक्ष की अध्यक्षता में हुई इस मैराथन बैठक में विधायकों और अधिकारियों के साथ मिलकर दूषित पानी की सप्लाई के प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई और विस्तृत सूची तैयार की गई।
लीकेज का सही पता लगाकर उसे ठीक करेंगे
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के निर्देश पर दूषित पानी की समस्या से निपटने के लिए डीजेबी पारंपरिक तरीकों के बजाय आधुनिक तकनीक का प्रयोग करने पर जोर देगा। डीजेबी ने हिलियम गैस या मॉडर्न कैमरा की मदद से पाइप लाइन के लीकेज का सही पता लगाकर उसे ठीक करने की संभावना का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों को साफ़ पानी की सप्लाई करने के लिए फंड की कमी नहीं आने दी जाएगी।
सूची की हुई समीक्षा और सत्यापन
डीजेबी के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बताया कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने तीन सप्ताह पहले प्रत्येक जोन के एसीई को अक्सर गंदे पानी की शिकायतें मिलने वाले क्षेत्रों की सूची बनाने का आदेश दिया था। पिछले दो हफ्ते में सभी एसीई ने स्थानीय विधायकों के साथ मिलकर जानकारी इकट्ठी की,जहां गंदे पानी की शिकायत आती है और इन इलाकों की सूची तैयार की। इस मैराथन बैठक में सूची की समीक्षा और सत्यापन किया गया और विचार- विमर्श कर नई सूची तैयार की गई।
जोन का एक्शन प्लान, आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल पर जोर
मैराथन बैठक के दौरान सूची बनाने के अलावा दूषित पानी की समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए एक्शन प्लान पर गंभीर मंथन किया गया। डीजेबी उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने कहा कि एक्शन प्लान जोन स्तर पर तैयार किया गया, जिसमें सम्बंधित जोन के अंतर्गत आने वाली हर विधानसभा का प्लान शामिल किया गया है। सभी 11 एसीई ने इस गंदे पानी की शिकायत को खत्म करने के लिए हुई बैठक के दौरान अपने जोन के एक्शन प्लान को डीजेबी उपाध्यक्ष के समक्ष पेश किया।