Liquor Shortage Delhi Restaurants Due To Extended Weekend: दिल्ली के कई रेस्टोरेंट्स में मंगलवार को शराब की कमी पड़ गई। कमी ऐसी कि स्टॉक जमा करना तो छोड़िए, परोसने और बेचने के लिए शराब की एक बोतल तक हाथ नहीं लगी। दरअसल, थोक शराब का लाइसेंस समाप्त होने के कारण मंगलवार को शराब की किल्लत हो गई। शनिवार, रविवार और फिर सोमवार (2 अक्टूबर) यानी लंबे वीकेंड के बाद रेस्टोरेंट्स मालिक ने अपने स्टॉक को बढ़ाने के लिए शराब निर्माताओं या फिर होलसेल रिटेलर के पास पहुंचे लेकिन वहां शराब की उपलब्धता न के बराबर थी।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, सबसे ज्यादा दिक्कतें छोटे रेस्टोरेंट्स संचालकों को हुई, क्योंकि थोक शराब बेचने के लाइसेंस को नवीनीकृत करने के लिए बिक्री बंद करने से पहले ही बड़े रेस्टोरेंट्स संचालकों ने उपलब्ध स्टॉक खरीद लिया था। उन्हें पता था कि लाइसेंस रिनुअल में लंबा वक्त लगेगा और शराब मिलनी मुश्किल हो जाएगी।
क्यों पैदा हुई ऐसी स्थिति
दरअसल, नई आबकारी नीति मार्च में छह महीने के लिए यानी सितंबर तक के लिए लागू की गई थी। इस अवधि के भीतर दिल्ली सरकार को 2023-24 के लिए एक नई नीति तैयार करनी थी। सितंबर के अंत में किसी भी नई उत्पाद शुल्क नीति की सूचना नहीं आई और छह महीने पूरे हो गए। वहीं, उत्पाद शुल्क विभाग ने कहा है कि L1, L1F और L2 थोक लाइसेंस को 1 अक्टूबर से रिनुअल करने की जरूरत है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, एक सिंगल आउटलेट मालिक ने शिकायत की कि सरकारी सर्कुलर और अल्कोहल ब्रांडों की सूचना केवल बड़े खरीदारों तक पहुंची, जो थोक में शराब खरीदते हैं। लेकिन हमारे जैसे छोटे बार, जो थोक में शराब नहीं खरीदते हैं, स्टॉक की क्षमता नहीं है, इससे अनजान थे और अब हम असमंजस में हैं।