नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड केशोपुर वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को अपग्रेड कर रहा है। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने बुधवार को केशोपुर वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का दौरा कर प्लांट को उन्नत बनाने के कार्यो का निरीक्षण किया। इस दौरान डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यो की समीक्षा की। सोमनाथ भारती ने प्लांट के आधुनिकरण के दौरान सीवरेज शोधन के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश देते हुए अधिकारियों को निर्धारित समय में कार्य पूरा करने को कहा है।
कापसहेड़ा में 5 एमजीडी क्षमता का वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
इस दौरान डीजेबी उपाध्यक्ष ने कापसहेड़ा में निर्मित 5 एमजीडी क्षमता के वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी दौरा किया। डीजेबी उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को प्लांट की क्षमता बढ़ाने के लिए एक्शन प्लान तैयार करने का निर्देश दिया। वहीं, प्लांट के शोधित पानी से पास के गांव की वाटर बॉडी का जीर्णोद्धार किया जाएगा। निरीक्षण के दौरान डीजेबी के उपाध्यक्ष ने प्लांट में स्लज प्रबंधन में कमियां पाई।
यमुना को साफ़ करने के लिए केशोपुर के 3 WWTP होंगे अपग्रेड
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने केशोपुर वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण करने के दौरान कहा कि वर्तमान में केशोपुर में 3 वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट (WWTP ) है। यहां बनाए गए 12 एमजीडी की क्षमता वाले वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के शोधित पानी की गुणवत्ता निर्धारित मानकों से भी काफी बेहतर है।
दो और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट चल रहे
सोमनाथ भारती ने आगे कहा कि अगर इस पानी को दो और चरणों से गुजार दिया जाए तो यह पानी पीने योग्य हो जाएगा। इसी प्रकार से केशोपुर में 20 एमजीडी और 40 एमजीडी दो और वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट चल रहे है। दिल्ली जल बोर्ड यमुना को स्वच्छ बनाने के लिए क्लीन यमुना मिशन के तहत केशोपुर वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता और शोधित पानी की गुणवत्ता को बेहतर करने के लिए तीनों प्लांट्स को अपग्रेड (उन्नत ) करने का काम कर रहा है।
केशोपुर WWTP का शोधित पानी कई प्रकार से किया जा रहा रियूज
दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष ने बताया कि यहां शोधित किए गए पानी का कई प्रकार से इस्तेमाल किया जा रहा है। इस वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के शोधित पानी को गैर घरेलू गतिविधियों जैसे बागवानी, निर्माणाधीन साइट्स और औद्योगिक इकाइयों इत्यादि में पुनः प्रयोग / रियूज दोबारा से इस्तेमाल में लाया जा रहा है।इन कार्यों के लिए वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से शोधित पानी को टैंकर और पाइप लाइन के जरिए दूसरी जगह पर पहुंचाया जाता है।