नई दिल्ली: दिल्ली सरकार राजधानी में ग्रीन कवर बढ़ाकर प्रदूषण पर लगातार चोट कर रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को शास्त्री पार्क के बेला फार्म में विशाल पौधारोपण अभियान की शुरूआत की। उन्होंने दिल्लीवालों के साथ मिलकर विभिन्न औषधीय प्रजाति के 20 हजार पौधे लगाए। जिसमें अर्जुन, शीशम, जामुन, गूलर, कदम, कटहल, गुलमोहर, अमलताश, बरगद, पीपल, पिलखन समेत अन्य पौधे शामिल हैं। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि सीएम अरविंद केजरीवाल ने विशाल पौधारोपण अभियान की शुरूआत करते हुए कहा कि दिल्लीवालों के सहयोग से दुनिया की 10 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दूसरे नंबर रहने वाली दिल्ली अब इससे बाहर हो चुकी है।
10 सबसे साफ शहरों की सूची में लाने के लिए काम करना है
सीएम ने कहा कि अब हमें दिल्ली को दुनिया के 10 सबसे साफ शहरों की सूची में लाने के लिए काम करना है। दुनिया भर के शहरों में विकास के लिए पेड़ काटे जाने के कारण उनका ग्रीन कवर कम हुआ है, लेकिन दिल्ली में वृक्षारोपण की सफलता के चलते ग्रीन कवर बढ़ रहा है। 2011 में दिल्ली का ग्रीन कवर 20 फीसद था, जो अब 23 फीसद हो गया है। पिछले साल दिल्ली सरकार का लक्ष्य 42 लाख पौधे लगाने का था लेकिन हमने 45 लाख पौधे लगाए। वहीं, इस साल 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
दिल्ली की जनता के सहयोग से हम पौधारोपण के इतने बड़े लक्ष्य को हासिल कर पा रहे हैं–
सीएम ने कहा कि आज हम इस साल के वृक्षारोपण कार्यक्रम की शुरूआत कर रहे हैं। इससे पहले, हर वर्ष हम बारिश के मौसम में जून-जुलाई में शुरू किया करते थे। लेकिन इस बार हमने अपना लक्ष्य बहुत बड़ा रखा है कि अगर हमने रोज काम नहीं किया, तो वो लक्ष्य पूरा नहीं होगा। पिछली बार का लक्ष्य भी बहुत बड़ा था और हम लोगों ने मिलकर उसे पूरा किया। इस बार का लक्ष्य पिछले साल की तुलना में बड़ा रखा है। इस पूरे कार्यक्रम में दिल्ली की जनता का पूरा समर्थन है, इसलिए हम इसे कर पा रहे हैं। दिल्ली की जनता चाहती है कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं और आगे बढ़-चढ़ कर पौधारोपण करती है।
दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर होने का काला धब्बा लगा हुआ था
सीएम अरविंद केजरीवाल ने आंकड़ों के जरिए अपनी बात रखते हुए कहा कि पहले दिल्ली दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में आता था और दुनिया का पहला या दूसरा सबसे प्रदूषित शहर दिल्ली होता था। पिछले 7-8 साल में दिल्ली की जनता ने मिलकर मेहनत की और यह खुश की बात है कि अब दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में दिल्ली का नाम नहीं आता है। दिल्ली के ऊपर जो दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर होने का काला धब्बा लगा हुआ था, उससे अब हम बाहर हो गए हैं। लेकिन अभी हमें और काम करने की जरूरत है। हमारा लक्ष्य है कि दुनिया के 10 सबसे साफ शहरों की सूची में दिल्ली का नाम आना चाहिए। अभी हम दुनिया के 10 सबसे प्रदूषित शहरों की सूची से सिर्फ बाहर निकले हैं। अब हम लोगों को दुनिया के 10 सबसे साफ शहरों की सूची में आने के लिए काम करना है।
दिल्लीवालों ने 43 वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त जमीन पर पौधारोपण किया है
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 2011 में दिल्ली के अंदर 20 फीसद ग्रीन कवर होता था। यानि दिल्ली की कुल जमीन पर केवल 20 फीसद पर पेड़-पौधे होते थे। अब यह बढ़कर 23 फीसद हो गया है। हमें इसे इस परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए कि आज पूरी दुनिया के अंदर सभी बड़े-बड़े शहरों में सड़कें, बिल्डिंग समेत अन्य विकास कार्य हो रहे हैं। इसकी वजह से हर जगह बड़े स्तर पर पेड़ काटे जा रहे हैं। दिल्ली में भी विकास के लिए पेड़ कटते हैं, लेकिन दिल्ली में एक पेड़ कटता है, तो बदले में 10 पेड़ लगाते हैं। इसलिए दुनिया के सारे शहरों में ग्रीन कवर धीरे-धीरे कम होता जा रहा है, जबकि दिल्ली में कम होने की बजाय धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। यह इसलिए बढ़ रहा है, क्योंकि हमारा वृक्षारोपण का कार्यक्रम बेहद सफल है। हम जितने पौधे लगाते हैं, उनमें 80 फीसद पौधे जीवित हैं। इसी वजह से 2011 में दिल्ली में 20 फीसद ग्रीन कवर था, जो बढ़कर अब 23 फीसद हो गया है। यह पूरी दिल्ली के लिए खुश की बात है। इसी तरह 2015 में 299 वर्ग किलोमीटर जमीन के उपर पेड़ थे। आज 342 वर्ग किलोमीटर पर पेड़ हैं। पिछले 7 साल में दिल्लीवालों ने 43 वर्ग किलोमीटर अतिरिक्त जमीन पर पौधे लगाए हैं। सीएम ने आगे कहा कि पूरे देश में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा पेड़ दिल्ली में लगे हैं। दिल्ली में प्रति व्यक्ति 9.60 वर्ग मीटर एरिया पर पेड़ है। वहीं, हैदराबाद में प्रति व्यक्ति 8.20 वर्ग मीटर एरिया पर पेड़ है। इसी तरह बेंगलुरू में 7.20, मुम्बई में 5.40, चेन्नई में 2.10 और कोलकाता में केवल 0.1 वर्ग मीटर पर पेड़ हैं। देश के सारे महानगरों से तुलना की जाए, तो दिल्ली में प्रति व्यक्ति सबसे ज्यादा एरिया में पेड़ हैं।
2015 में पीएम-10 325 तक होता था, जो अब घटकर 225 रह गया है
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पिछले साल करीब 42 लाख पौधे लगाने या बांटने का हमारा लक्ष्य था। इस लक्ष्य की अपेक्षा हमने 45 लाख पौधे लगाए थे। इस साल दिल्ली सरकार का लक्ष्य पूरी दिल्ली में 52 लाख पौधे लगाने का है। हमें उम्मीद है कि पूरी दिल्ली की जनता इसमें सहयोग व मेहनत करेगी और 52 लाख से भी अधिक पौधे लगाए जाएंगे। पेड़ लगाने से ऑक्सीजन मिलेगी और प्रदूषण कम होगा। प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने और भी कई गतिविधियां की हैं। 2015 में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी और तब से लेकर आज तक दिल्ली में 30 फीसद प्रदूषण कम हुआ है। 2015 में पीएम-10 325 तक होता था। यह घटकर अब 225 रह गया है। हम इससे अभी संतुष्ट नहीं है। इसे और भी कम करना है और हम सब मिलकर इसे कम करेंगे। लेकिन यह दिखाता है कि हम सही दिशा में चल रहे हैं। पीएम-2.5 पहले 150 होता था, जो अब घटकर 100 रह गया है। पीएम-2.5 में भी 30 फीसद की कमी आई है।रोड़ पौधे लगाने की गारंटी को पूरा करेंगे। इसमें हम पूरी दिल्ली की जनता का सहयोग चाहते हैं।
19.9 हेक्टेयर जमीन पर लगाए गए 20 हजार पौधे
दिल्ली सरकार का ग्रीन एक्शन प्लान-2023 एक व्यापक रणनीति है, जिसका उद्देश्य पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करना और विकास को बढ़ावा देना है। यह योजना कार्बन उत्सर्जन को कम करने, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एक सामूहिक प्रयास है। बेला फार्म शास्त्री पार्क में इस योजना के तहत 19.9 हेक्टेयर जमीन पर 20 हजार पौधे लगाए गए।