राहुल प्रकाश सिंह, दिल्ली
Jahangirpuri Kali Mata Temple stone pelting case: जहांगीरपुरी के काली माता मंदिर पर पत्थरबाजी के वायरल वीडियो का सच सामने आ गया है। इसके बाद दिल्ली पुलिस केस की तफ्तीश कर रही है। दरअसल, सोशल मीडिया पर मंदिर के अंदर और बाहर पथराव करने की बात सामने आई थी। सोशल मीडिया पर ये बात जमकर वायरल हो रही थी।
लेकिन जब न्यूज 24 मौके पर पहुंचा तो सच उजागर हुआ। जानकारी के अनुसार इलाके के दो गुटों में झगड़ा हुआ था। दोनों गुट में नाबालिग लड़के शामिल थे। दोनों एक-दूसरे पर पत्थराव करने लगे। इस दौरान एक गुट मंदिर परिसर के अंदर पहुंच गया और दूसरा उसके बाउंड्री के बाहर था। दोनों तरफ से हुए हमले में ही पत्थर मंदिर परिसर में एकत्रित हुए थे।
ये भी पढ़ें: Delhi में DTC बस ने कांस्टेबल समेत 2 को कुचला, गश्त पर तैनात था पुलिसवाला
जहांगीरपुरी के मंदिर में पथराव का सच आया सामने pic.twitter.com/u8wHUT3E6b
— Amit Kasana (@amitkasana6666) November 5, 2024
शरारती तत्वों ने सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया
पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया का संज्ञान लेते हुए जांच में पाया गया है कि इस घटना को कुछ शरारती तत्वों ने सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया और मीडिया में गलत तरीके से प्रस्तुत किया था। पुलिस के अनुसार इलाके के दो पक्षों में मामूली बात पर झगड़ा था। फिलहाल एहतियात मंदिर परिसर में पुलिस तैनात है। इलाके में सभी समुदाय के लोगों के साथ बैठक की गई है।
पुलिस ने इलाके में किया पैदल मार्च
पुलिस के अनुसार मौके पर स्थित कंट्रोल में है। इलाके में शांती बहाल रखने के लिए पुलिस टीम ने मंदिर के आसपास कुछ मीटर के दायरे में पैदल मार्च किया। पुलिस की साइबर टीम इंटरनेट पर मंदिर परिसर और सांप्रदायिक तनाव की अफवाह फैलाने वालों की पहचान करने में जुटी है। दिल्ली पुलिस ने लोगों से सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों से सतर्क रहने की अपील की है।
ये भी पढ़ें: गरीबों के बच्चों का विदेश में पढ़ने का सपना होगा पूरा, दिल्ली के 30 बच्चे फ्रेंच पढ़ने पहुंचे पेरिस