नई दिल्ली: “आप” ट्रेड विंग के दिल्ली प्रदेश संयोजक बृजेश गोयल ने गुरुवार को कहा कि एमसीडी में सरकार बनने पर आम आदमी पार्टी दिल्ली के 20 लाख व्यापारियों की सारी परेशानियों को दूर करेगी। दिल्ली का व्यापारी वर्ग खुलकर ‘आप’ का समर्थन कर रहा है और 4 दिसंबर को झाड़ू का बटन दबाने का इंतजार कर रहा है।
व्यापारी कभी खुलकर राजनीति में नहीं आते हैं, लेकिन अब उन्होंने आम आदमी पार्टी और ‘आप’ ट्रेडिंग से संपर्क किया है कि वह जुड़ना चाहते हैं। आम आदमी पार्टी व्यापारियों को जोड़ने के साथ उन्हें एमसीडी चुनाव के लिए टिकट भी देगी।
वहीं ‘आप’ विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि किसी भी बाजार में रोड बनाने, लाइट लगाने, बेंच लगाने आदि काम बीजेपी एमसीडी द्वारा नहीं कराने पर सभी काम ‘आप’ विधायक फंड से कराए गए। व्यापारियों को भरोसा देता हूं कि जैसे अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली सरकार में काम किया है वैसे ही एमसीडी में भी काम करेंगे।
“आप” ट्रेड विंग के दिल्ली प्रदेश संयोजक बृजेश गोयल ने गुरुवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली के 20 लाख व्यापारी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि 4 दिसंबर को झाड़ू की बटन दबाकर एमसीडी में केजरीवाल सरकार को लाना है जिससे उन्हें बीजेपी के 15 साल के कुशासन और भ्रष्टाचार से मुक्ति मिल सके। एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर हम व्यापारियों के लिए क्या-क्या कदम उठाएंगे, इसपर बात करेंगे।
उन्होंने कहा कि एमसीडी के बाजारों में सफाई बहुत बड़ी समस्या रही है। पिछले 15 सालों से जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। दिवाली जैसे बड़े त्योहारों पर हमने देखा कि बाजारों में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए थे। आम आदमी पार्टी की सरकार एमसीडी में आएगी तो हम सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली के तमाम बाजारों में साफ सफाई का ध्यान रखा जाए।
पिछले 15 सालों में भाजपा ने कन्वर्जन और पार्किंग शुल्क के नाम पर करोड़ों रुपए दिल्ली के व्यापारियों से लिए। लेकिन बदले में किसी भी बाजार में पार्किंग मुहैया नहीं कराई। आम आदमी पार्टी की सरकार एमसीडी में बनेगी तो बाजारों में मार्केट एसोसिएशन के साथ मिलकर पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी।
एमसीडी के अंतर्गत कई तरह के टैक्स आते हैं, जैसे कि हाउस टैक्स, ट्रेड लाइसेंस फीस, वेस्ट मैनेजमेंट शुल्क, साइनेट बोर्ड शुल्क, फैक्ट्री लाइसेंस फीस। बीजेपी ने पिछले 15 सालों में कभी 20 फीसद, कभी 30 फीसद, तो कभी 50 फीसद फीस बढ़ाई गई। हम सुनिश्चित करेंगे कि जब एमसीडी में आम आदमी पार्टी की सरकार होगी तो किसी भी तरह के लाइसेंस की फीस हम बढ़ने नहीं देंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले 15 सालों में सीलिंग एक बहुत बड़ा मुद्दा रहा है। बीजेपी शासित एमसीडी ने बाजारों में जगह-जगह कन्वर्जन शुल्क और दूसरे शुल्कों के नाम पर दुकानों को सील किया। आज भी हजारों दुकानें दिल्ली के बाजारों में सील पड़ी हैं।
व्यापारियों से उगाही के बावजूद दुकानों को खोला नहीं गया। आम आदमी पार्टी की सरकार एमसीडी में बनेगी, तो हम सुनिश्चित करेंगे कि एमसीडी की तरफ से किसी भी बाजार में, किसी भी दुकान को सील नहीं होने दिया जाएगा और पुरानी सभी सील दुकानों को खुलवाने की पूरी कोशिश की जाएगी।
उन्होंने कहा कि अमूमन ऐसा कहा जाता है कि भाजपा का परंपरागत वोट बैंक रहा है। इस बार दिल्ली के व्यापारियों में बहुत बड़ा जोश है। व्यापारी बड़ी संख्या में आम आदमी पार्टी से संपर्क कर रहे हैं। सैकड़ों की तादाद में व्यापारियों ने एमसीडी टिकट के लिए भी आवेदन किया है।
दिल्ली के व्यापारी बदलाव के लिए तैयार हैं। मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा कदम है, क्योंकि व्यापारी कभी भी खुलकर राजनीति में नहीं आते हैं, लेकिन इस बार दिल्ली के व्यापारियों ने आम आदमी पार्टी और ‘आप’ ट्रेडिंग से संपर्क किया है कि वह जुड़ना चाहते हैं। हम व्यापारियों को पार्टी में शामिल भी करेंगे और बहुत सारे व्यापारियों को चुनाव में टिकट भी दिया जाएगा।
वहीं, ‘आप’ विधायक राजेश गुप्ता ने कहा कि भाजपा व्यापारियों की पार्टी है लेकिन सच्चाई यह है कि भाजपा ने व्यापारियों को व्यापार नहीं करने दिया। खुद ही व्यापार करते रहे। जो काम निगम के अंतर्गत होना चाहिए था, किसी भी बाजार में रोड बनाने, लाइट लगाने, बेंच लगाने आदि सभी काम निगम ने नहीं, बल्कि आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विधायक फंड से कराए।
लेकिन हम वहां की साफ सफाई और पार्किंग में नहीं मदद कर पाते थे। एमसीडी में ‘आप’ की सरकार बनने पर हम वह भी काम कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि व्यापारी खुलकर व्यापार करना चाहते हैं। इसलिए वह एलान कर चुके हैं कि 4 दिसंबर को वह भाजपा को निगम के चुनाव में हराएंगे और आम आदमी पार्टी को जिताएंगे। मैं दिल्ली के व्यापारियों से कहना चाहूंगा कि डरे नहीं, हम भरोसा देते हैं कि जैसे अरविंद केजरीवाल जी ने दिल्ली सरकार में काम किया है, वैसे ही एमसीडी में भी काम करेंगे।