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मुजाहिदीन आतंकी का भांजा निकला फेक वीजा गैंग का सरगना; दिल्ली पुलिस ने NIA से मांगी मदद

Fake Job Racket Terrorist Connection: दिल्ली में बीते दिनों पकड़े गए खाड़ी देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग के सरगना का कनेक्शन आतंकी से मिलने के बाद पुलिस ने इस मामले में अब एनआईए से मदद मांगी है।

Edited By : Vimal Kaushik | Updated: Oct 27, 2023 20:43
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Fake Job Racket Terrorist Connection, नई दिल्ली: दिल्ली में खाड़ी देशों का वीजा दिलवाने के मामले में 7 लोगों की गिरफ्तारी के बाद बड़ा ही चौंकाने वाला पहलू सामने आया है। पता चला है कि 1000 से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बना चुके इन अपराधियों का कनेक्शन आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के साथ है। फर्जी वीजा गैंग का सरगना मुजाहिदीन दानिश अंसारी का भांजा निकला। अब इस मामले में दिल्ली पुलिस ने नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) से मदद मांगी है।

  • खाड़ी देशों का वीजा लगवाने के नाम पर लोगों को ठगने के मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 7 को किया था गिरफ्तार

बता दें कि बीते दिनों दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने खाड़ी देशों का वीजा लगवाने के नाम पर लोगों को ठगने के मामले में इनाम उल हक अंसारी नामक एक युवक को पकड़ा था। इसके बाद पूछताछ में उससे 6 और लोगों के नाम सामने आए तो पुलिस ने उन सभी को भी गिरफ्तार कर लिया था। आरोपियों की पहचान बिहार के अलग-अलग जिलों से ताल्लुक रखते इनाम उल हक अंसारी, इकराम मुजफ्फर, ताबिश हासमी उर्फ विक्रांत, मो. तबरेज आलम, तारिक शम्स, महेश कुमार और सोमनाथ कुमार के रूप में हुई है।

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इनमें से तारिक शम्स बिट्स भोपाल से बीटेक पास है, जबकि हरियाणा के कुरुक्षेत्र स्थित कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में बीटेक में दाखिला लेकर पढ़ाई बीच में ही छोड़ चुका इनामुल हक इस वक्त दिल्ली के जाकिर नगर में रह रहा था। पुलिस के मुताबिक खाड़ी देशों का वीजा देने के नाम पर 1000 से ज्यादा लोगों के साथ धोखा कर चुके इस गैंग को लेकर अभी तक की जांच में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पता चला है कि इस गैंग का सरगना इनाम उल हक अंसारी आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन के आतंकी दानिश अंसारी का भांजा है।

यासीन भटकल की मदद कर चुका वीजा गैंग के सरगना इनाम उल हक का मामा

पुसिल सूत्रों के अनुसार 2011 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकी यासीन भटकल की कमान वाले इंडियन मुजाहिदीन के दरभंगा मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार किया था। इन्हें जर्मन बेकरी ब्लास्ट, चिन्नास्वामी स्टेडियम ब्लास्ट, जामा मस्जिद फायरिंग और 2011 के मुंबई धमाकों के लिए जिम्मेदार पाया गया, वहीं जांच आगे बढ़ी तो 2012 में नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी ने दरभंगा मॉड्यूल से से कनेक्शन रखते दानिश अंसारी को गिरफ्तार किया था। खुलासा यह भी हुआ कि दानिश अंसारी यासीन भटकल को छिपने में भी मदद कर चुका है।

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जुलाई में हुई थी मुजाहिदीन आतंकी दानिश अंसारी समेत 4 को सजा

इस मामले में इसी साल जुलाई में NIA कोर्ट ने दानिश अंसारी समेत इंडियन मुजाहिद्दीन के 4 आतंकियों को 10 साल की सजा सुनाई है। अब इस आतंकी के साथ फर्जी वीजा गिरोह चलाने वाले युवक का कनेक्शन आने के बाद एक बार फिर दिल्ली पुलिस की टेंशन बढ़ गई। इस मामले में दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एनआईए को पत्र लिखकर कहा है कि वह इनाम उल हक के टेरर लिंक की जांच करे। इसके द्वारा लोगों को विदेश भेजने के नाम पर आतंकी संगठनों की मदद करने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।

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Vimal Kaushik

First published on: Oct 27, 2023 08:37 PM
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