Liquor Policy Case: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के पीए ईडी दफ्तर से बाहर निकल चुके हैं। करीब सात घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें छोड़ दिया है। बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने उनसे दिल्ली की शराब नीति से जुड़े कई सवाल किए।
इससे पहले मनीष सिसौदिया ने दावा किया था कि ईडी ने उनके पीए को गिरफ्तार कर लिया है। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर कहा कि इन्होंने झूठी FIR कर मेरे घर रेड करवाई, बैंक लॉकर तलाश लिए, मेरे गांव में जांच कर ली, लेकिन मेरे खिलाफ कहीं कुछ नहीं मिला। आज इन्होंने मेरे पीए के घर पर ईडी की रेड की, वहां भी कुछ नहीं मिला तो अब उसको गिरफ़्तार कर के ले गये हैं। भाजपा वालों! चुनाव में हार का इतना डर…।
इससे पहले मनीष सिसोदिया ने एक और ट्वीट कर कहा कि MCD और गुजरात में बुरी तरह हार के डर से बीजेपी ने तिहाड़ में बंद एक ठग से डील की है। वो रोज़ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ बेतुके आरोप लगाएगा और बदले में बीजेपी उसके केस में उसे मदद करेगी। मैंने सुना है अगले हफ़्ते उसे जेपी नड्डा बीजेपी में शामिल करवायेंगे।
जानकारी के मुताबिक, ईडी राष्ट्रीय राजधानी में दिल्ली आबकारी नीति मामले में तलाशी ले रहा है। मनीष सिसोदिया के करीबी लोगों की भी तलाश की जा रही है। अगस्त में, केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने आबकारी नीति विवाद के सिलसिले में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर छापा मारा था।