क्या दिल्ली में प्री-मानसून दस्तक दे चुका है? अगर नहीं तो कब दस्तक देगा? इस पर ताजा अपडेट सामने आया है। शुक्रवार को दिल्ली और इससे सटे नोएडा में जितना भयंकर तूफान आया और उसके बाद भारी बारिश हुई। अचानक बदले मौसम ने लोगों को चौंका दिया। दिल्ली में शुक्रवार को 77 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड हुई, जो 100 साल से अधिक समय में मई महीने में हुई दूसरी सबसे अधिक बारिश थी। अब से पहले इससे ज्यादा 119.3 मिलीमीटर बारिश 20 मई 2021 को चक्रवात तौकते के कारण हुई थी।
बुधवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमानों पर विश्वास किया जाए तो दिल्ली में हल्की बारिश होने का संभावना है। गुरुवार शाम को हल्का तूफान आने और शुक्रवार को हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने, 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है, लेकिन इस पूर्वानुमान के विपरीत शुक्रवार की सुबह जो कुछ हुआ, वह कोई नॉर्मल बात नहीं थी। 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं और भारी बारिश भी हुई। इसके बाद दिनभर मौसम में ठंडक बनी रही।
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मौसम विभाग का पूर्वानुमान साबित हुआ गलत
सुबह 5 बजे IMD ने अपनी वेबसाइट पर पूर्वानुमान को रेड अलर्ट में अपग्रेड किया, जिसमें भयंकर तूफान और भारी बारिश की चेतावनी दी गई थी, तब तक शहर के कुछ हिस्सों में तूफान अपने पूरे जोर पर था। कई इलाकों में तूफानी हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो चुकी थी। इस बीच शनिवार के लिए IMD ने यलो अलर्ट जारी किया, जिसके अनुसार हल्की से मध्यम बारिश होने और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का अनुमान है, क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ दिल्ली-NCR को प्रभावित कर रहा है।
IMD के अनुसार, 4 मई दिन रविवार से गुरुवार तक दिल्ली-NCR में रुक-रुक कर बूंदाबांदी होने की उम्मीद है, जिससे मई की शुरुआत असामान्य रूप से गीली होगी। आईएमडी के महानिदेशक महापात्रा कहते हैं कि उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान की चेतावनी 5 दिन पहले ही जारी कर दी गई थी, लेकिन तूफानों की तीव्रता का अनुमान लगाना कठिन होता है। दिल्ली में आंधी और तेज हवाओं का पूर्वानुमान लगाया था, लेकिन तीव्रता अपेक्षा से थोड़ी ज्यादा थी। प्री-मानसून में ऐसे तूफान अप्रत्याशित हो सकते हैं।
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तूफान-बारिश से गिरा अधिकतम-न्यूनतम तापमान
उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते पड़ी गर्मी ने वायुमंडलीय परिस्थितियां बदल दीं। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी वाली हवाएं उठीं और पश्चिमी विक्षोभ ने उन्हें ऐसे ट्रिगर किया कि दिल्ली-NCR में तूफान आ गया। सुबह तूफान और बारिश के बाद दोपहर तक धूप खिलने के बावजूद ठंडी हवाएं चलती रहीं। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 10 डिग्री कम था। गुरुवार को 38.6 डिग्री सेल्सियस से करीब 10 डिग्री कम था। न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 6 डिग्री कम होकर 18.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया था।
शहर के कई इलाकों में मध्यम से भारी बारिश रिकॉर्ड हुई। पालम में 45.6 मिमी, रिज में 59.2 मिमी, लोधी रोड में 78 मिमी, प्रगति मैदान और पीतमपुरा में 71.5 मिमी, आयानगर में 39.4 मिमी, पूसा में 50 मिमी, जाफरपुर में 67.5 मिमी और नजफगढ़ में 40 मिमी बारिश दर्ज की गई। सफदरजंग में सुबह हवाओं की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी। प्रगति मैदान में हवा की गति 78 किलोमीटर प्रति घंटा थी। पालम में हवा की गति 74 किलोमीटर प्रति घंटा की गति थी। प्राइवेट एजेंसी स्काईमेट के उपाध्यक्ष महेश पलावत भी कहते हैं कि अगले 4 से 5 दिन तक रुक-रुक कर बारिश होते रहने की संभावना है।
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