Delhi Government Psychological Test: हर स्कूल में ऐसे कई बच्चे होते हैं, जो होनहार होते हैं, लेकिन कई बार उनकी प्रतिभा को निखरने का मौका नहीं मिल पाता। ऐसे में वे बच्चे कहीं न कहीं पीछे रह जाते हैं। दिल्ली सरकार ने ऐसे होनहार बच्चों के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने सरकारी स्कूलों के करीब 6000 बच्चों को उनकी एकेडमिक परफॉर्मेंस के आधार पर साइकोलॉजिकल टेस्ट के लिए चुना है। ये छठी और नौवीं क्लास के बच्चे हैं। इसे ‘प्रोजेक्ट अभिषिक्त’ नाम दिया गया है। इस टेस्ट का उद्देश्य ‘गिफ्टेड स्टूडेंट्स’ की पहचान करना है।
इस तरह होंगे पहले और दूसरे राउंड
अधिकारियों का कहना है कि टेस्ट के पहले राउंड में कल्चर फेयर इंटेलीजेंस टेस्ट आयोजित किया जाएगा। जोकि बच्चों की इंटेलेक्चुअल एबिलिटी की पहचान करेगा। इस टेस्ट को 28 सितंबर को आयोजित किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि CFIT टेस्ट में जिन छात्रों ने 80 प्रतिशत से ऊपर का स्कोर किया है, उन्हें दूसरे राउंड के लिए चुना जाएगा। दूसरे राउंड में आईक्यू टेस्ट होगा।
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15 विशेष स्कूलों में पढ़ने का मिलेगा मौका
इसके बाद आईक्यू टेस्ट पास करने वाले स्टूडेंट्स को दिल्ली के 15 विशेष स्कूलों में ट्रांसफर किया जाएगा। इन स्कूलों में बच्चे थ्योरिटिकल और प्रैक्टिकल नॉलेज हासिल कर सकेंगे। इन स्टूडेंट्स को एनसीईआरटी करिकुलम के तहत विभिन्न विषय पढ़ाए जाएंगे। जिसमें हिंदी, इंग्लिश, मैथ्स, नेचुरल साइंस, डोमेस्टिक साइंस, सोशल स्टडीज, कम्प्यूटर साइंस, फिजिकल एजुकेशन, संस्कृत और फाइन आर्ट्स शामिल हैं।
बच्चों को मिलेंगी अतिरिक्त सुविधाएं
अधिकारियों का कहना है कि इन स्टूडेंट्स को एडिशनल रिसोर्सेज भी दिए जाएंगे। जिसमें साइंस एक्सपेरिमेंट के लिए फ्री मैटेरियल, म्यूजियम विजिट, फील्ड ट्रिप और विलेज टूर शामिल रहेंगे। इसी के साथ स्टूडेंट्स की राइटिंग स्किल्स को बेहतर बनाने के लिए भी काम किया जाएगा। दिल्ली सरकार का कहना है कि ये प्रयास होनहार बच्चों को आगे लाने के लिए किया गया है।
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