Delhi Car Blast Updates: दिल्ली में लाल किला के पास कार ब्लास्ट और आतंकी हमला मामले में पुलिस ने एक और FIR दर्ज की है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने साजिश रचने का मामला दर्ज किया है. देश के कई शहरों में आतंकी साजिश रचने को लेकर मामला दर्ज किया गया. दिल्ली ब्लास्ट की जांच फिलहाल NIA कर रही है, लेकिन इसी बीच जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में ब्लास्ट ने सुरक्षा एजेंसियां की नींद उड़ा दी है.
VIDEO | Delhi: CCTV visuals from inside Lal Quila Metro Station capture moments during the car blast near Red Fort that killed 13 people and injured several others on November 10.
(Source: Third Party)#RedFort #DelhiCarBlast pic.twitter.com/Pmc5S02nYn---विज्ञापन---— Press Trust of India (@PTI_News) November 15, 2025
अल फलाह यूनिवर्सिटी पर कसा शिकंजा
देश की जांच एजेंसियों को शक है कि देशभर में इस मॉड्यूल के सदस्य कई राज्यों और उनके शहरों में एक्टिव हो सकते हैं. वहीं हरियाणा के फरीदाबाद जिले की अल फलाह यूनिवर्सिटी पर भी जांच का शिकंजा कस गया है. इस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर की टेरर मॉड्यूल के सदस्य हैं और यूनिवर्सिटी में ही आतंकी हमले की साजिश रची गई. हमले में मारा गया डॉक्टर उमर और गिरफ्तार डॉक्टर भी यूनिवर्सिटी का ही प्रोफेसर और स्कॉलर निकले.
🚨The car owner of Delhi Red Fort Blast has been identified as Dr. Mohammad Umar, a Pulwama-based doctor
Police confirm his charred body has been recovered from the blast site near Delhi’s Red Fort and sent for DNA testing
CCTV shows Umar driving the Hyundai i20 that exploded… pic.twitter.com/kbdiLugZYN---विज्ञापन---— Nabila Jamal (@nabilajamal_) November 11, 2025
प्रोफेसरों का इस्तीफा और छात्र भी परेशान
सूत्र के अनुसार, दिल्ली में आतंकी हमले के बाद NIA की जांच के घेरे में आने के बाद अल फलाह यूनिवर्सिटी के 8 प्रोफेसरों ने इस्तीफा दे दिया है. क्योंकि टेरर मॉड्यूल और आतंकी हमले का कनेक्शन यूनिवर्सिटी और इसके डॉक्टरों-छात्रों से मिला है. वहीं IMA ने डॉक्टर शाहीन, डॉक्टर उमर, डॉक्टर मुजम्मिल और डॉक्टल आदिल के के रजिस्ट्रेशन रद्द किए हैं और अब चारों कभी प्रैक्टिस नहीं कर पाएंगे और न ही डॉक्टर कहलाएंगे, न मरीजों का इलाज कर पाएंगे.
पुलिस और जांच एजेंसियां यूनिवर्सिटी में छापेमारी कर रही हैं. इसलिए यूनिवर्सिटी के छात्र भी परेशान हैं और वे अपने घर जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर में धमाके के बाद यूनिवर्सिटी में भारी सुरक्षा बल तैनात हो गया है. क्योंकि फरीदाबाद के जिन 2 कमरों से 2900 किलो अमोनियम नाइट्रेट जब्त किया गया था, वह यूनिवर्सिटी से कुछ ही दूरी पर हैं.
#WATCH | Delhi | CCTV footage of the car blast near the Red Fort that claimed the lives of 8 people and injured many others.
— ANI (@ANI) November 12, 2025
Source: Delhi Police Sources pic.twitter.com/QeX0XK411G
कई डॉक्टर लापता, कई गिरफ्तार किए गए
सूत्रों के मुताबिक, अल फलाह यूनिवर्सिटी के कुछ डॉक्टर मिसिंग हैं, जो डॉक्टर मुजम्मिल के संपर्क में थे. जांच एजेंसियां ने मुजम्मिल की कॉल डिटेल्स के आधार पर मुजम्मिल से कई बार बात करने वाले डॉक्टर से संपर्क किया तो उनका फोन बंद आया. जब उनसे पूछताछ के लिए अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची तो सभी गायब मिले. हरियाणा के नूंह जिले से 3 डॉक्टर्स को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है. जांच के दौरान इनका नाम भी सामने आया था, लेकिन दिल्ली ब्लास्ट या विस्फोटक खरीद में उनका कोई रोल है या नहीं, इसकी जांच की जा रही है.
CCTV footage of Delhi Fort car bomb blast by Jaish-a-Mohammed. There should be immediate reaction against terror exporter military state of Pakistan. pic.twitter.com/x34hEJ6FBn
— Imtiaz Mahmood (@ImtiazMadmood) November 11, 2025
मुजम्मिल के फोन से बड़े नेटवर्क का खुलासा
उत्तर प्रदेश में कार्यरत कश्मीरी मूल के 200 से अधिक डॉक्टर और मेडिकल स्टूडेंट जांच एजेंसियों के रडार पर हैं. पता चला है कि शाहीन उत्तर प्रदेश के करीब 50 डॉक्टर्स के संपर्क में थी. सूत्रों के अनुसर, अब तक गिरफ्तार संदिग्ध डॉक्टरों और डॉक्टर मुजम्मिल के मोबाइल फोन की CDR से बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ है. जांच एजेंसियो ने डॉक्टरों की एक लंबी लिस्ट तैयार की है, जिसमें से अल फलाह यूनिवर्सिटी से पढ़े और वहां पर काम करने वाले डॉक्टरों की तादाद ज्यादा है. इनमें से कई डॉक्टरों के फोन बंद हैं और कई गायब हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए जांच एजेंसियां छापेमारी कर रही हैं.
तकरीबन 12 से ज्यादा प्रोफेशनल डॉक्टर्स की तलाश की जा रही है, जो जैश के इन संदिग्धों के लगातार नेटवर्क में थे और दिल्ली में आतंकी हमले के बाद गायब हैं.










