Delhi Air Quality: दिल्ली में एयर क्वालिटी खराब होने की वजह से बुधवार सुबह धुंध की परत छाई रही। सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (सफर) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का समग्र एक्यूआई मंगलवार को 321 था जो बुधवार को बढ़कर 339 हो गया।
प्रतिकूल मौसम की वजह से अगले कुछ घंटों में हवा की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है। 11 नवंबर से काफी सुधार की संभावना है। उधर, एनसीआर में शामिल नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 371 (बहुत खराब श्रेणी) और गुरुग्राम 338 (बहुत खराब श्रेणी) दर्ज किया गया।
Delhi's sky lingers in a layer of smog as the overall Air Quality Index (AQI) remains under the 'Very Poor' category, at 339
(Visuals from Kartavya Path and Raja Garden) pic.twitter.com/CQ7Z8uPHF1
— ANI (@ANI) November 9, 2022
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि दिन में धुंध के कारण सफदरजंग और पालम हवाईअड्डों पर दृश्यता कम होकर क्रमश: 800 मीटर और 900 मीटर रह गई।
स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने कहा कि शुक्रवार को हवा की गुणवत्ता में सुधार होने से पहले और खराब होने की संभावना है।
बता दें कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को “अच्छा”, 51 और 100 “संतोषजनक”, 101 और 200 “मध्यम”, 201 और 300 “खराब”, 301 और 400 “बहुत खराब”, और 401 और 500 “गंभीर” माना जाता है।
Air quality continues to dip in Delhi-NCR.
Air Quality Index (AQI) presently at 371 in Noida (UP) in 'Very Poor' category, 338 in Gurugram (Haryana) in 'Very Poor' category & 433 near Dhirpur in 'Severe' category
Delhi's overall AQI currently in 'Very Poor' category at 339 pic.twitter.com/iZwdqIgpYJ
— ANI (@ANI) November 9, 2022
पंजाब में पराली में आग की घटना हुई कम
पंजाब में खेत में लगी आग मंगलवार को 605 रह गई। केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक पूर्वानुमान एजेंसी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान और सफर के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली के पीएम 2.5 प्रदूषण में उनकी हिस्सेदारी सोमवार को 14 प्रतिशत से घटकर मंगलवार को 9 प्रतिशत हो गई। स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष पलावत ने कहा कि हालांकि पराली जलाने का योगदान महत्वपूर्ण नहीं है।
आज से खोल दिए जाएंगे स्कूल, वर्क फ्रॉम होम खत्म
दिल्ली सरकार ने पिछले दो दिनों में शहर की वायु गुणवत्ता में सुधार को देखते हुए आज से प्राथमिक कक्षाओं को फिर से खोल दिया जाएगा और दिल्ली के सभी राज्य कर्मचारी ऑफिस से काम करेंगे।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत दिल्ली में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल चार पहिया वाहनों का परिचालन प्रतिबंधित रहेगा। प्रतिबंध का उल्लंघन करने पर 20,000 रुपये का जुर्माना लग सकता है। आपातकालीन सेवाओं, और सरकार और चुनाव संबंधी कार्यों के लिए तैनात वाहनों को छूट दी गई है।
दिल्ली सरकार वाहनों से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए “पर्यावरण बस सेवा” अभियान के तहत राजधानी में 500 अतिरिक्त बसें चलाएगी। द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट द्वारा 2018 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, राजधानी में पीएम 2.5 प्रदूषण का लगभग 40 प्रतिशत वाहनों से होने वाला उत्सर्जन है।
निर्माण कार्यों पर लगाया गया है प्रतिबंध
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में सार्वजनिक परियोजनाओं जैसे राजमार्ग, फ्लाईओवर, बिजली पारेषण और पाइपलाइनों पर निर्माण कार्य पर भी प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंधों की सिफारिश करने वाला सीएक्यूएम आदेश गुरुवार को जारी किया गया था।
पिछले साल दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति द्वारा किए गए एक विश्लेषण के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी में लोग 1 नवंबर से 15 नवंबर के बीच सबसे खराब हवा में सांस लेते हैं। जून में शिकागो विश्वविद्यालय (ईपीआईसी) में ऊर्जा नीति संस्थान द्वारा जारी वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक (एक्यूएलआई) ने दिखाया कि खराब वायु गुणवत्ता के कारण दिल्ली के निवासियों की जीवन प्रत्याशा 10 साल कम हो जाती है।
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