दिल्ली की हवा दिन-प्रतिदिन जहरीली होती जा रही है इसको लेकर दिल्ली सरकार के कुछ कदम उठाए हैं। दिल्ली में आने वाली डीजल बसों पर रोक लगा दी गई है और सीएनजी बसों की वृद्धि पर जोर दिया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि तापमान में गिरावट और शांत हवाओं के कारण अगला पखवाड़ा दिल्ली के लिए काफी अहम होने वाला है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) पिछले कुछ दिनों से 350 के आसपास बना हुआ है। राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता लगातार पांच दिनों से ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई है। बुधवार सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 372 था, जो इस मौसम में अब तक का सबसे अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। शहर के कई इलाकों जैसे नेहरू नगर (402), सोनिया विहार (412), रोहिणी (403), वजीरपुर (422), बवाना (403), मुंडका (407), आनंद विहार (422) और न्यू मोती बाग (435) में वायु गुणवत्ता में भारी गिरावट दर्ज की गई है ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है।
Delhi's air quality deteriorates; AQI 'very poor' for 3rd straight day this week
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— ANI Digital (@ani_digital) November 1, 2023
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राय ने कहा कि अगले पांच दिनों के लिए 400 अंक से ऊपर एक्यूआई वाले क्षेत्रों में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। केंद्र सरकार की वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के चरण 2 के तहत निवारक उपायों के कार्यान्वयन के बावजूद, प्रदूषण के स्तर में वृद्धि जारी है। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में लगातार पांच दिनों तक एक्यूआई 400 अंक से अधिक हो जाएगा, वहां 1 किमी के दायरे में निर्माण कार्य रोक दिया जाएगा। राय ने कहा कि नोडल अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों में वायु प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया गया है। मंत्री ने कहा कि उन्होंने नोडल अधिकारियों को ऐसे क्षेत्रों में वायु प्रदूषण नियंत्रण उपायों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है।
दिल्ली में केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी, बीएस-6 डीजल बसों को मिलेगी इंट्री
राय ने कहा, “वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देशों के अनुसार 1 नवंबर से दिल्ली में डीजल बसों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। इसके लिए कुल 18 टीमों का गठन किया गया है। मेरा राज्य सरकारों से अनुरोध है कि वे अपने डिपो से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक या बीएस-6 बसें ही चलाएं ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो।” हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान को जारी एक परिपत्र में, परिवहन विभाग ने बसों के लिए दिशानिर्देश साझा किए हैं। परिवहन विभाग ने यह भी कहा कि अगले साल 1 जुलाई से हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर या कस्बे से दिल्ली आने वाली सभी बसें केवल इलेक्ट्रिक, सीएनजी और बीएस-6 डीजल वाली होंगी।
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