Union Environment Minister Bhupendra Yadav in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार प्रदेश के विकास के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय इन दिनों विकसित छत्तीसगढ़ @2047 पर पूरे फोकस के साथ काम कर रहे हैं। बीते दिन पूरे प्रदेश में विश्व हाथी दिवस मनाया गया, इस मौके पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंचे। यहां उन्होंने सीएम विष्णुदेव साय के साथ छत्तीसगढ़ के इलेक्ट्रॉनिक ऑक्शन सिस्टम के तहत वन विभाग द्वारा 2 करोड़ रुपये की लागत से बने मॉर्डन ऑडिटोरियम ‘दण्डकारण्य‘ का भी शुभारंभ किया।
आज राजधानी रायपुर में केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी के साथ “विश्व हाथी दिवस” पर आयोजित कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
---विज्ञापन---कार्यक्रम में हाथियों से पशुधन को बचाने, हाथी-मानव द्वंद को न्यून करने वाले, जंगली हाथियों के संरक्षण में अहम भूमिका निभाने… pic.twitter.com/h5Xd9QNIlK
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) August 12, 2024
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केन्द्रीय मंत्री का संबोधन
केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए हाथियों के संरक्षण में भारत की भागीदारी पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि हमेशा से हाथियों के संरक्षण में भारत की अग्रणी भूमिका रही है। हाथियों के संरक्षण एवं मानव कल्याण सुनिश्चित करने के लिए अंतर-क्षेत्रीय जुड़ाव (क्रॉस सेक्टोरल एंगेजमेंट) की जरुरत पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि अगर हम हाथियों को बचाएंगे तो वन भी समृद्ध होंगे, क्योंकि हाथियों को जंगल का इको-सिस्टम इंजीनियर माना जाता है। भारत में जंगली हाथियों की सबसे बड़ी और सुरक्षित संख्या है।
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भारत में कुल हाथी
केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि अखिल भारतीय समन्वित हाथी गणना 2017 के अनुसार, भारत में 29 हजार 964 हाथी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 14 राज्यों में 33 हाथी रिजर्व (ईआर) और 150 हाथी गलियारे हैं। भारत में हाथियों को कई अलग-अलग खतरों से बचाने के लिए सर्वोत्तम कानून बनाए गए हैं। हमारे देश में हाथियों के संरक्षण के लिए एक सुदृढ़ संस्थागत ढांचा भी मौजूद है।