रायपुर: कोरबा में एक दंपती को संतान की चाह भारी पड़ा है। दंपती ने तांत्रिक का सहारा लिया। झाड़-फूंक के दौरान तांत्रिक ने 27 वर्षीय पत्नी सुनीता पटेल और 28 वर्षीय रामाधार पटेल को कुछ खिला दिया। हालत बिगड़ने पर उन्हें निजी अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टर ने सुनीता पटेल को मृत घोषित कर दिया। वहीं, रामाधार पटेल की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पुलिस ने कार्यपालिक दंडाधिकारी की मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी कर जांच शुरू कर दी है। दरअसल, कोरबा के उरगा थानांतर्गत ग्राम बरबसपुर में लवन पटेल निवास करते हैं। उन्होंने अपने पुत्र रामाधार पटेल का विवाह करीब एक साल पहले चांपा में रहने वाले फुल सिंह पटेल की पुत्री सुशीला पटेल से किया था। रामाधार और उसकी पत्नी परिजनों के साथ ही रह रहे थे। पति पत्नी एक साल बाद भी संतान नहीं होने से हताश थे। उन्होंने संतान के लिए इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। जिससे नवदंपती ने झाड़-फूंक का सहारा लेना बेहतर समझा।
सुशीला की बड़ी बहन सीतामढ़ी में रहती है। जिसकी तबियत बीते कुछ दिनों से ठीक नहीं है। शनिवार की सुबह रामाधार और उसकी पत्नी सीतामढ़ी में रहने वाली बहन के घर जाने के नाम पर लेकर निकले। जहां से रामाधार अपने ससुर फुल सिंह और पत्नी सुशीला के साथ तांत्रिक के घर चला गया। तांत्रिक करीब एक घंटे तक फूंक झाड़ करता रहा। तत्पश्चात उसने निसंतान दंपती को परवाना दे दिया। जिसे खाते ही विवाहिता को उल्टी होने लगी।
सुशीला की हालत बिगड़ गई। वहीं रामाधार को भी उल्टी होने लगी। उसने बेटी-दामाद को सुनालिया पुल के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में दाखिल कराया, जहां इलाज के दौरान शनिवार रात करीब 10:30 बजे नवविवाहिता ने दम तोड़ दिया। उसके शव को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के मर्चुरी में रखवाया गया। रविवार की सुबह पुलिस अस्पताल पहुंची। मामला नवविवाहिता की मौत से जुड़े होने के कारण कार्यपालिक दंडाधिकारी को अवगत कराया गया। पुलिस ने कार्यपालिक दंडाधिकारी के मौजूदगी में वैधानिक कार्रवाई पूरी करते हुए शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। वहीं, युवक का उपचार निजी अस्पताल में जारी है।
बताया जा रहा है कि तांत्रिक रामलाल यादव ने परवाना के नाम पर तीन पान बनाए थे। इस पान में कुछ मसाला के अलावा कई किस्म की जड़ी बूटी डाली गई थी। उसने झाड़ फूंक से पूर्व दंपती को नल में नहाकर आने की बात कही। उन्हें नया कपड़ा पहनाया गया। इसके साथ ही झाड़ फूंक के बाद पान खाने के लिए दे दिया। जब परिजनों ने पान को खोलकर देखा तो जड़ी बूटी मिली।