रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार की बेरोजगारी भत्ता योजना ने युवाओं में आत्मविश्वास जगाया है। अब युवा बेफिक्र प्रतियागी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। गरियाबंद की सुश्री गुंजा ध्रुव अब निश्चिंत होकर अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर पा रही है। उसे अब पुस्तकें कॉपी और तैयारी संबंधित दूसरी जरूरतों के लिए घर पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है। उन्होंने बताया की घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने की वजह से काफी दिक्कतें होती थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा बेराजगारी भत्ता योजना लागू होने के बाद वह अब बिना फ्रिक के प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर पा रही है।
युवाओं को मिला फायदा
ध्रुव ने बताया कि वह इस योजना के माध्यम से मिले पैसों से उन्होंने वन विभाग और कर्मचारी चयन आयोग के अंतर्गत भर्ती परीक्षा के लिए आवेदन किया है। साथ ही तैयारी के लिए जरूरी पुस्तकें भी खरीदी हैं। इसी तरह गरियाबंद के नहरगांव की रहने वाली बीएससी की छात्रा खुशबू नागेश और कोठीगांव गांव की रहने वाली भजेश्वरी ठाकुर ने बताया कि बेरोजगारी भत्ते की राशि से दैनिक जरूरत की चीजों की भी पूर्ति हो रही है। साथ ही बेफिक्र होकर आगे की पढ़ाई जारी रख प्रतियोगी परीक्षा पास करने का भी आत्मबल मिल रहा है। खुशबू और भजेश्वरी को कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
अब तक 3678 हितग्राहियों को मिला लाभ
बेरोजगारी भत्ता योजनांतर्गत गरियाबंद जिले में अभी तक 3678 हितग्राहियों को पिछले 3 महीनों में 2 करोड़ 39 लाख 85 हजार रुपए की राशि वितरित की जा चुकी है। साथ ही 90 से अधिक हितग्राहियों का प्रशिक्षण सत्र भी जारी है। इसके अलावा 60 से अधिक हितग्राहियों को निजी क्षेत्र में जॉब भी ऑफर किया जा चुका है।