---विज्ञापन---

छत्तीसगढ़

कलेक्टर-एसपी ने छात्रों के साथ बैठकर खाया खाना, अब बच्चों को मिलेगी और पौष्टिक खुराक

Nyota Bhoj: 'न्योता भोज’ कार्यक्रम के तहत रायपुर कलेक्टर ने अपने जन्मदिन पर बच्चों को खाना खिलाया और उसके बाद खुद बच्चों के साथ खाना खाया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर बच्चों की पौष्टिक खुराक बढ़ाने की पहल की जा रही है।

Author Edited By : Swati Pandey Updated: Feb 17, 2024 15:18
डॉ. गौरव कुमार सिंह न्यौता भोज
डॉ. गौरव कुमार सिंह न्यौता भोज

Nyota Bhoj: ‘न्योता भोज’ कार्यक्रम के तहत रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह धरमपुरा के प्राथमिक स्कूल पहुंचे। कलेक्टर ने यहां अपने जन्मदिन पर बच्चों को खाना खिलाया और उसके बाद खुद बच्चों के साथ खाना खाया। इस समय कलेक्टर गौरव सिंह के साथ उनका परिवार, रायपुर एसपी संतोष कुमार यादव और नगर निगम आयुक्त अविनाश मिश्रा भी साथ रहे। आपको बता दें कि प्रदेशभर के स्कूलों में ‘न्योता भोज’ कार्यक्रम आयोजित किया जाना है । मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर बच्चों की पौष्टिक खुराक बढ़ाने के लिए यह पहल की जा रही है।

‘मिड-डे-मील’ की जगह बच्चों को मिलेगा ‘न्योता भोज’

मिड-डे-मील की जगह पर छात्रों को यह न्योता भोज दिया जाएगा। सामुदायिक भागीदारी को बढ़ावा देने और पोषक तत्वों की मात्रा में बढ़ोत्तरी करने के लिए यह शुरू किया जा रहा है। इसके बारे में स्कूल शिक्षा विभाग ने आदेश भी निकाला कि जिन्हें छात्रों को यह भोजन कराना है उन्हें पहले ही जानकारी देनी होगी। जिस दिन स्कूलों में न्योता भोज मिलेगा उस दिन मिड-डे-मील नहीं बांटा जाएगा। इसमें व्यक्ति या संस्था अलग-अलग त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, शादी-ब्याह और राष्ट्रीय पर्व, आदि पर छात्रों को भोजन करा पाएंगे। आसान शब्दों में कहें तो इसके तहत आम लोग स्कूलों में छात्रों को खाना खिला पाएंगे।

छात्रों से पूछकर तैयार किया जाएगा मेन्यू

न्योता भोज कराने वाले व्यक्ति या संस्था पहले बच्चों से उनकी पसंद पूछ सकते हैं। इसी के बाद, बच्चों से खाने में उनकी पसंद जानकार मेन्यू तैयार किया जाएगा। न्योता भोज देने वाले लोगों और संस्थाओं को पुरस्कृत भी किया जाएगा ताकि इस योजना को और ज्यादा प्रोत्साहन मिल सके।

सिर्फ पौष्टिक और गर्म भोजन

इसके अंतर्गत छात्रों को सिर्फ पौष्टिक भोजन ही दिया जाएगा। जिसके लिए गाइड लाइन भी जारी की गई है। भोजन देने वाले व्यक्ति या संस्था छात्रों को पोषण के रूप में मिठाई, मौसमी फल या अंकुरित अनाज आदि खाद्य सामग्री के रूप में दे सकते हैं। भोजन परोसे जाने से पहले इसकी जांच होगी। इसके साथ-साथ गर्म खाना देने को कहा गया है। अगर पैक्ड फूड दिया जाएगा तो उसकी एक्सपायरी डेट और बाकी चीजों का ध्यान रखने को कहा गया है।

First published on: Feb 17, 2024 03:18 PM

संबंधित खबरें