रायपुर: सीएम भूपेश बघेल ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री बघेल ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि अक्षर ज्ञान का वह पहला द्वार है जहां से ज्ञान के अनंत रास्ते खुलते हैं। साक्षरता से शिक्षा और शिक्षा से विकास का सीधा संबंध है। और आज अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस अक्षरों की अलख जगाने का दिन है।
साक्षरता के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता
सीएम बघेल ने कहा कि आज अक्षर ज्ञान की महत्ता बताने का दिन है और अक्षर ज्ञान के प्रकाश से समाज में सुख और समृद्धि फैलाने के संकल्प लेने का दिन है। उन्होंने आगे कहा कि साक्षरता के लिए व्यक्तिगत रूचि और सामूहिक प्रयासों की बड़ी आवश्यकता है और व्यापक जनभागीदारी से यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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न्यू इंडिया लिट्रेसी प्रोग्राम को दी गई है मंजूरी
मुख्यमंत्री ने कहा है कि साक्षर समाज, समानता, शांति और विकास का मूल आधार है। आज के ही दिन सन् 1966 में यूनेस्को ने 8 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था और कहा था कि यह दिन ‘दुनिया के लिए साक्षरता को बढ़ावा देना टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाजों की नींव का निर्माण’ विषय के लिए मनाया जाएगा। देश में वर्ष 2022-27 के लिए न्यू इंडिया लिट्रेसी प्रोग्राम नामक एक नई योजना को मंजूरी दी गई है अब ‘प्रौढ़ शिक्षा’ शब्द को ‘सभी के लिए शिक्षा’ के रूप में बदल दिया है।