दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से रविवार को बड़ी खबर आई है। यहां एक दिन में 12 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। हालांकि गोलीबारी और विस्फोट जैसे मामलों में शामिल इन 12 नक्सलियों में से आठ ने खुद को कानून के हवाले किया है। इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं। आत्मसमर्पण का मामला दो दिन पुराना है, वहीं इनके अलावा चार को सुरक्षा बलों ने अपने स्तर पर कार्रवाई करते हुए पकड़ा है। खास बात यह है कि इनमें से दो 1-1 लाख रुपए के इनामी घोषित थे।
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शुक्रवार को किया था हिंसा छोड़ चुके तीन महिलाओं और पांच पुरुषों ने आत्मसमर्पण; पुलिस के ‘लोन वर्राटू’ पुनर्वास अभियान से प्रभावित होने का किया दावा
रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक (SP) गौरव राय ने बताया कि कटेकल्याण इलाके में सड़कें काट देने, नक्सली पोस्टर लगाने और रेकी जैसी वारदातों को अंजाम देने में शामिल रहे आठ नक्सलियों ने शुक्रवार को खुद को कानून के हवाले कर दिया। पुलिस के मुताबिक आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों ने पुलिस के ‘लोन वर्राटू’ पुनर्वास अभियान से प्रभावित होने और ‘खोखली’ नक्सली विचारधारा से नाराज होने का दावा दावा किया है। ये 2020 में हिंसा का रास्ता छोड़ चुके 639 नक्सलीयों के साथी रहे हैं।
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इसके बाद शनिवार को चार अन्य नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं, जो कथित तौर पर पिछले साल अरनपुर इलाके में गोलीबारी और विस्फोट की वारदात का हिस्सा रहे हैं। इनमें से मारजुम पंचायत मिलिशिया कमांडर मंगदु कुहदामी (43) और टेटम पंचायत में क्रांतिकारी महिला आदिवासी संगठन की कमान संभाल रही कुमारी लखमे के सिर पर 1 लाख रुपए का इनाम था। राज्य पुलिस की दोनों इकाइयों जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और बस्तर फाइटर्स की एक संयुक्त टीम ने गोंडेरस गांव के पास जंगल में एक तलाशी अभियान के दौरान इन्हें धर लिया। इनकी पहचान रवा मुका (25), मुका कलमू (23), हिडमा रावा (32) और माडवी भीमा (30) के रूप में हुई है।
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