Salma Sultana Murder Mystery Solved After Five Years: छत्तीसगढ़ के कोरबा में पांच साल पहले हुए लोकल चैनल की न्यूज एंकर सलमा सुल्ताना की हत्या मामले में DNA रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में यह बात साफ हो गई है कि पुलिस को मिला कंकाल सलमा का ही है। बता दें कि 21 अक्टूबर 2018 को ब्वॉय फ्रेंड ने सलमा की हत्या कर लाश को निर्माणाधीन सड़क के किनारे दफना दिया था।
मां का लिया गया था ब्लड सैंपल
इस मामले को लेकर कोरबा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि डीएनए टेस्ट के लिए सलमा की मां का ब्लड सैंपल लिया गया था, जिसमें इस बात की पुष्टि हो गई किदर्री नेशनल हाईवे से खोदकर जो कंकाल बरामद किया गया था, वह सलमा का ही है। इस घटना में सैटेलाइट तस्वीर के माध्यम से पुख्ता इनपुट मिलने के बाद पुलिस ने कोर्ट से अनुमति लेकर कोहड़िया के पास नेशनल हाईवे के किनारे खुदाई की थी। इसके बाद पुलिस को वहां से नर कंकाल बरामद हुआ था, जिसके बाद उसके फीमर बोन के सैंपल और सलमा सुल्ताना की मां के ब्लड सैंपल डीएनए टेस्ट के लिए भेजे गए थे, जिसकी रिपोर्ट करीब एक माह बाद आ गई है।
गौरतलब है कि कुछ महीने पहले संदेहियों की निशानदेही पर पुलिस ने कोहड़िया के पास नेशनल हाईवे के किनारे खुदाई की थी, लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा था। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की थी। लेकिन, कुछ दिन बाद ही मुख्य आरोपी मधुर साहू, उसके दो साथी कौशल श्रीवास और अतुल शर्मा पकड़े गए थे।
2018 में हुई थी लापता
बता दें कि सलमा सुल्ताना (25) कुसमुंडा के SECL कॉलोनी में रहती थी। वह धीरे-धीरे न्यूज फील्ड में अपने पांव जमाने की कोशिश कर रही थी, जिस समय उसका करियर परवान चढ़ ही रहा था, उसी समय जिम ट्रेनर मधुर साहू से उसकी नजदीकियां भी बढ़ रही थीं। इसके बाद अचानक 2018 में वह लापता हो गई थी, यहां तक कि 20 जनवरी 2019 को जब उसके पिता की मौत हुई, तो उसमें भी वो शामिल नहीं हुई थी। इसके बाद सलमा की स्कूटी रेलवे स्टेशन पर मिली थी, वहीं उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। उससे संपर्क करने की हर कोशिश नाकाम हो रही थी। इसके बाद जब परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका हुई तो, उन्होंने थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। परिजनों ने जिम संचालक मधुर साहू पर शक जताया था, लेकिन पूछताछ में मधुर साहू पुलिस को गुमराह करता रहा।
दोस्त ने खोला राज
इस दौरान कई सालों तक जब सलमा का किसी को पता नहीं चला तो मधुर साहू का एक राजदार भी ओवर कॉन्फिडेंस में आ गया था और उसने नशे में मधुर के पार्टनर के सामने सलमा हत्याकांड का राज खोल दिया। इसी बीच मधुर और उसके पार्टनर का भी लेनदेन को लेकर विवाद चल रहा था। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो मधुर फरार हो गया। पुलिस ने उसके दोस्तों और परिचितों के बयान लिए और 5 साल पहले का CDR एनालिसिस किया। इससे पता चला कि अक्टूबर 2018 में शारदा विहार के एक मकान में मधुर साहू और सहयोगी ट्रेनर कौशल श्रीवास ने सलमा सुल्ताना की गला दबाकर हत्या कर दी थी।
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शक के चलते की गई थी हत्या
वारदात को अंजाम देने के बाद उन्होंने लाश को एक अन्य आरोपी अतुल शर्मा की मदद से कोहड़िया पुल के आसपास दफना दिया था। इस पर पुलिस ने कोहड़िया मार्ग पर फोरलेन के आसपास खुदाई शुरू की थी, जिसमें नर कंकाल पुलिस को बरामद हुआ था। गिरफ्तारी के बाद मुख्य आरोपी मधुर ने बताया कि पैसों के लेनदेन और चरित्र संदेह के चलते एंकर की हत्या की गई। पुलिस ने आरोपी के पास से हार्ड डिस्क और लैपटॉप जब्त किया, इसकी जांच में कुछ ऑडियो क्लिप के बारे में पता चला। जिस गाड़ी का इस्तेमाल लाश को दफनाने में किया गया था, उसे भी जब्त किया जा चुका है।
सलमा ने बैंक से लिया था लोन
बता दें कि मार्च 2023 में राज्य स्तरीय ऑपरेशन मुस्कान में गुम इंसान महिलाओं और बच्चों का पता लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा था। इसी बीच थाना कुसमुंडा में सलमा सुल्ताना की केस डायरी की भी बारीकी से जांच की गई। परिजनों का बयान लेने पर पता चला कि यूनियन बैंक से सुल्ताना ने लोन लिया था। इसके बाद जब यूनियन बैंक से पुलिस ने जानकारी ली, तो पता चला कि लोन की किश्त समय पर भरी जा रही थी। ये पैसा EMI के तौर पर गंगाश्री जिम का मालिक और इंस्ट्रक्टर मधुर साहू द्वारा भरा जा रहा था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच तेज की, तो इसकी मौका मिलते ही मधुर साहू भाग गया था।
पुलिस द्वारा पूछताछ में 2 महिलाओं और 3 पुरुषों के बयान में विरोधाभास मिलने पर उन्हें हिरासत में ले लिया गया। इसके बाद जब सख्ती से पूछताछ की गई तो हत्याकांड का राज खुल गया।