BJP MLA Rajesh Munat Targets Congress: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस और भाजपा के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है। रायपुर के IIM में दो दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन चल रहा है। जिसको लेकर कांग्रेस द्वारा आरोप लगाया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। इस आरोप का खंडन करते हुए भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की हर जगह सिर्फ अपनी टांग लगाने की आदत है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस के एग्जिट पोल डिबेट के बहिष्कार पर तंज कसते हुए कहा कि जब रिजल्ट क्लियर है, उनके भाग लेने, न लेने से क्या फर्क पड़ता है।
स्थानीय जैन समाज विवेकानंद नगर द्वारा आयोजित ग्रीष्मकालीन शिविर के समापन समारोह में सम्मिलित हुआ। जिसमें बच्चों की अद्भुत प्रतिभाएं देखने को मिली।
आयोजक टोली को बहुत बहुत शुभकामनाएं pic.twitter.com/t2JIRnbpYV---विज्ञापन---— Rajesh munat (मोदी का परिवार) (@RajeshMunat) June 1, 2024
कांग्रेस पर भाजपा विधायक का तंज
भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए उनसे पूछा कि इसमें कहां से और किस तरह से आचार संहिता का उल्लंघन हो रहा है। IIM रायपुर में सीएम विष्णदेव साय बैठकर कोई लीगल डिसीजन तो ले नहीं रहे हैं। प्रदेश की साय सरकार समय का सदुपयोग कर रहे हैं और छत्तीसगढ़ के विकास पर काम कर रहे हैं। इससे प्रदेश की आम जनता की परेशानी का समाधान किया जाएगा। इस चिंतन शिविर में साय सरकार प्रदेश और उसकी जनता के विकास के लिए उचित ट्रेनिंग ले रही है। कांग्रेस को बस हर जगह सिर्फ अपनी टांग लगाने की आदत है। लेकिन इसका कोई फायदा नहीं है, कांग्रेस ने जनता का भरोसा खो दिया है। उनकी लुटिया डूब चुकी है। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस द्वारा एग्जिट पोल डिबेट के बहिष्कार पर कहा कि उन्हें भाग लेने की जरूरत क्या है? जब रिजल्ट क्लियर है, तो भाग लेने, न लेने से क्या फर्क पड़ता है।
चावल घोटाले की जांच पर क्या बोले विधायक?
इसके साथ ही विधायक राजेश मूणत ने चावल घोटाले की जांच के लिए बनाई गई समिति पर बात करते हुए कहा कि चावल घोटाला कई दिनों से चर्चा में है। जांच के लिए विधायकों की विधानसभा स्तरीय समिति बनी है। पुन्नूलाल मोहले की अध्यक्षता में तथ्यों के आधार पर इसकी जांच की जा रही हैं। विवेचना होने के बाद बयान होंगे, जो भी तथ्य निकल करके आएंगा, उसे विधानसभा में पेश किया जाएगा। इसके बाद विधानसभा उस पर निर्णय तय करेगी। कमेटी के सामने पक्ष विपक्ष दोनों की बातें रखी जाती हैं।