वैभव शिव पांडेय, न्यूज 24 रायपुर
Chhatisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में करीब एक महीने चले चुनाव प्रचार और मतदान के बाद सभी प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद जनता का जनादेश ईवीएम में बंद है। राजनीतिक दलों के साथ आम लोगों में अब एक ही चर्चा हो रही है कि किसकी सरकार बनेगी और कौन राज्य का अगला मुख्यमंत्री होगा।
दूसरी बार सत्ता में आने का दावा कर रही कांग्रेस में वोटों की गिनती से पहले ही सीएम पद की दौड़ शुरू हो गई है। हालांकि अभी सरकार की स्टेयरिंग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथ में है। कांग्रेस की सरकार बनती है तो सीएम के सबसे पहले और बड़े दावेदार भूपेश बघेल होंगे। इसके पीछे कई वजह हैं। और सबसे बड़ी वजह है पार्टी का भूपेश बघेल के नेतृत्व में चुनाव लड़ना। यदि किसी वजह से भूपेश बघेल सीएम नहीं बनते हैं तो सरगुजा से आने वाले और डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के हाथ बाजी लग सकती है।
बड़े दावेदार हो सकते हैं
लंबे समय से विधायक और अब डिप्टी सीएम होने से सरकार में कामकाज का अनुभव भी उनके साथ है। वो भी बड़े दावेदार हो सकते हैं। हालांकि सामान्य वर्ग से आने की वजह से उनकी दावेदारी कमजोर भी हो सकती है। अगर भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सीएम पद को लेकर कोई रास्ता नहीं निकलता है कांग्रेस अपने प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज को सीएम बना सकती है। आदिवासी युवा दो बार के विधायक और सांसद होने के नाते कांग्रेस उन पर दांव लगा सकती है।
टीएस सिंहदेव ने दिया बयान
आदिवासी चेहरे को सीएम बनाकर कांग्रेस लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के साथ ही ओडिशा, झारखंड के साथ ही दूसरी आदिवासी सीटों पर बढ़त हासिल कर सकती है। दीपक बैज खुद को सीएम की रेस से बाहर बता रहे हैं और टीएस सिंहदेव के बयान को उनका निजी बयान बता रहे हैं। वहीं मंत्री कवासी लखमा तीनों बड़े नेताओं को लेकर सधा हुआ बयान दे रहे हैं।
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सत्ता में कांग्रेस की वापसी होती है तो सीएम को लेकर घमासान के पूरे आसार हैं। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक टीएस सिंहदेव इस बार सरकार की स्टेयरिंग अपने हाथ में जरूर लेना चाहेंगे। कांग्रेस ने चुनाव से कुछ महीने पहले उन्हें डिप्टी सीएम बनाकर संतुष्ट करने की कोशिश की। लेकिन इस बार सीएम की कुर्सी को लेकर सिंहदेव और उनके समर्थक अभी से माहौल बना रहे हैं। वहीं भूपेश बघेल किसी भी कीमत पर सीएम की कुर्सी नहीं छोडना चाहेंगे। ऐसे में इन दोनों बड़े नेताओं में लड़ाई के बीच सत्ता की कुर्सी दीपक बैज को मिल जाए तो आश्चर्य नहीं होगा।