राजनांदगांव: छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव के डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम डुंडेरा को नई तहसील लालबहादुर नगर में शामिल करने का विरोध शुरू हो गया है। वहां के ग्रामीणों ने कलेक्टोरेट में धावा बोल दिया और उनसे मिलकर अपनी आपत्ति दर्जा कराई। ग्रामीणों की मांग है कि गांव को डोंगरगढ़ तहसील में ही रखा जाए अन्यथा आंदोलन करेंगे।
ग्रामीणों को होती है परेशानी
ग्रामीणों की पीड़ा यह है कि डोंगरगढ़ से डुंडेरा की दूरी मात्र 14 किलोमीटर है। अगर गांव को नई तहसील लालबहादुर नगर में शामिल किया जाता है तो उन्हें मुख्यालय जाने के लिए 25 किलोमीटर का सफर करना होगा। ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर कलेक्टर डोमन सिंह को अपनी समस्याओं से अवगत कराया है।
रास्तों की हालत खस्ता
उनका यह भी कहना है कि वहां जाने का रास्ता भी काफी खराब है, इससे उनकी परेशानी बढ़ जाएगी। जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष व डुंडेरा निवासी नरेंद्रकुमार वर्मा ने बताया कि डोंगरगढ़ से डुंडेरा की दूरी मात्र 14 किलोमीटर है। अगर गांव को नई तहसील लालबहादुर नगर में शामिल किया जाता है तो उन्हें मुख्यालय जाने के लिए 25 किलोमीटर का सफर करना होगा।
प्रशासन ने दिया उचित कार्रवाई का आश्वासन
राज्य सरकार ने अच्छी मंशा के साथ नए जिले व तहसीलों का गठन किया है। लेकिन जिला प्रशासन के अव्यवहारिक निर्णय के कारण सरकार की मंशा पर पानी फिर रहा है। डुंडेरा को लालबहादुर नगर तहसील में जोड़कर ग्रामीणों की सुगम पहुंच मुश्किल होगी। प्रशासन ने ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
गौरतलब है कि राजनांदगांव से पृथक होकर हाल ही में दो नए जिले अस्तित्व में आए हैं। उसके बाद बचे हिस्सों का राजस्व मंडल व पटवारी हल्का नए सिरे से गठित किए जा रहे हैं। इस बीच डोंगरगढ़ व डोंगरगांव ब्लॉक की सीमा पर स्थित लालबहादुर नगर को नई तहसील का दर्जा मिल गया है। वहां के लिए भी राजस्व ग्रामों को बांटा जा रहा है।