बिलासपुर: छत्तीसगढ़ में हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के नाम पर ठगी करने की कोशिश का मामला सामने आया है। आरोपियों ने व्हाट्सएप के डीपी में चीफ जस्टिस की फोटो लगाकर कोशिश की ठगी की थी। मामले में दो आरोपियों को मिजोरम के आइजोल गिरफ्तार किया गया है और उन्हें बिलासपुर लाकर कार्रवाई की जा रही है।
बता दें कि, कुछ दिनों पहले हाईकोर्ट के प्रोटोकॉल अधिकारी संजीव सिंह ने चकरभाटा थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई थी। मुख्य न्यायाधीश अरुण कुमार गोस्वामी की फोटो लगाकर ठगी की कोशिश की जा रही है। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस के होश उड़ गए कि आखिर चीफ जस्टिस के नाम पर कोई धोखाधड़ी की कोशिश कैसे कर सकता है। पुलिस ने तुरंत मामले में संज्ञान लेते हुए एफ आई आर दर्ज की और आरोपियों की पतासाजी में जुट गई।
दरअसल, ठगों द्वारा वॉट्सएप मैसेंजर मोबाइल नंबर 6033151630 के धारक द्वारा अंबिकापुर छत्तीसगढ़ जिला न्यायालय के माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश बिहारी घोरे के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज किया एवं व्यस्त रहने की वजह से अमेजान गिफ्ट कार्ड अरेंज करने टेक्स्ट किया था।
मामले में पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करने के बाद तकनीकी सहायता से जानकारी एकत्रित करना शुरु किया और व्हाट्सएप नंबर के अलग-अलग मोबाइल का आईईएमआई नंबर निकाल कर एड्रेस ट्रेस किया गया। इस दौरान पुलिस को जानकारी मिली थी छत्तीसगढ़ से 2हजार किलोमीटर दूर मिजोरम के आईजोल से घटना को अंजाम दिया गया है।
सारे सुबूत मिलने के बाद पुलिस टीम बनाकर मिजोरम पहुंची और आईजोल पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी शुरू की। मिजोरम राज्य में हिंदी और इंग्लिश मुख्य भाषा नहीं होने की वजह से आरोपियों को ढूंढने में पुलिस को लगातार दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने 4 दिन तक रेड की कार्रवाई कर मुख्य आरोपी लाल ह्मिंग सांगा और जोथान मोविया समेत घटना में प्रयुक्त दोनों मोबाइल और चार सिम को जप्त किया है।