बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी-अपनी कमर कस रही हैं। इस बीच राजनीतिक दलों के नेताओं का बयानबाजी वाला सिलसिला भी जारी है। बिहार चुनाव को लेकर NDA, RJD, जनसुराज पार्टी और कांग्रेस सभी पार्टियां अपने-अपने दांव-पेच खेल रही हैं। इसी बीच खबर है कि भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह अब प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी का हाथ थामेंगे। इतना ही नहीं, खबर है कि पप्पू सिंह जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन सकते हैं।
कल 19 मई 2025 (सोमवार) को जन सुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है I पूर्णिया के पूर्व सांसद उदय सिंह जी उर्फ पप्पू सिंह इस रेस में सबसे आगे हैं I
---विज्ञापन---जन सुराज पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का गठन करने के बाद कल इसका ऐलान हो सकता है I pic.twitter.com/9XMAo0Tb7t
— Prabhat Singh (@PrabhatSinghX) May 18, 2025
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कौन हैं पप्पू सिंह?
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना है कि पप्पू सिंह का नाम जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुन लिया गया है। अब बस औपचारिक ऐलान होने की देर है। आखिर ये पप्पू सिंह कौन हैं? बिहार में इनकी क्या हस्ती है? जो प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में सामने आ रहे हैं।
2004 में हुई चुनावी पारी की शुरुआत
पप्पू सिंह का पूर्णिया में काफी बोलबाला है। इस क्षेत्र में उनकी हस्ती का अंदाजा इसी से लगा लीजिए कि साल 2004 के लोकसभा चुनाव से चुनावी पारी की शुरुआत करने वाले पप्पू सिंह पूर्णिया लोकसभा सीट से दो बार भाजपा की टिकट पर सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। हालांकि, लोकसभा चुनाव 2024 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा था। लेकिन उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पप्पू यादव को पूरा अपना समर्थन दिया और उनका प्रचार किया। साल 2019 में पप्पू सिंह ने भाजपा छोड़ दिया और कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
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कितना पढ़े हैं पप्पू सिंह?
नेशनल इलेक्शन की myneta की वेबसाइट की जानकारी के अनुसार, पप्पू सिंह राजनेता होने के साथ-साथ एक उद्योगपति और सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। वहीं, उनकी शैक्षिक योग्यता की बात करें तो वह कक्षा 12वीं तक पढ़े हुए हैं। उनके पास 146 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति है, जिसमें अचल संपत्ति 1,123,851,764 करोड़ रुपये की है, चल संपत्ति 342,512,959 करोड़ रुपये की है और देनदारियां 123,100,000 करोड़ रुपये की हैं। उनके खिलाफ 4-6 आपराधिक मामले दर्ज हैं।