बिहार के भागलपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. जानकारी के अनुसार, सत्यनारायण सिंह की शादी साल 2007 में कजरैली चांदपुर की गुड़िया कुमारी से हुई थी. कई साल बीत जाने के बाद भी दोनों की कोई संतान नहीं हुई तो परिवार की रजामंदी से सत्यनारायण सिंह ने दूसरी शादी कर ली जिससे दो बच्चे हैं. इस शादी के बाद भी गुड़िया उनके साथ ही रहती थी. लेकिन अचानक 6 महीने पहले गुड़िया कहीं गायब हो गई. काफी तलाश के बाद भी जब गुड़िया कहीं नहीं मिली तो परिजनों ने उसे मृत समझकर उसका श्राद्ध कर्म तक कर दिया.
कैसे गायब हुई थी गुड़िया?
गुड़िया ने बताया कि वो घर से बाजार गई थी. इसी बीच उसे चक्कर आने लगे और वह सड़क पर ही गिर गई और जख्मी हो गई, जिसके बाद वह भागलपुर कैसे पहुंची ये उसे याद नहीं है. लेकिन उसे लावारिस हालत में बेसुध पड़ देख पुलिसकर्मी ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया और उसका इलाज भी कराया.
कांस्टेबल ने शेयर की थी महिला की जानकारी
मिली जानकारी के अनुसार, मायागंज अस्पताल में लगभग चालीस दिन तक भर्ती रहने के दौरान हेलमेट मैन के नाम से मशहूर बिहार पुलिस के जवान धनंजय पासवान ने गुड़िया देवी की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की. ये वीडियो देखते हुई पति सत्यनारायण ने अपनी पत्नी गुड़िया को पहचान लिया और तुरंत अस्पताल पहुंचे. वहां कांस्टेबल धनंजय पासवान के सामने दोनों पति-पत्नी का मिलन हुआ.
यह भी पढ़ें- बिहार की 75 लाख महिलाओं के खाते में आएंगे 10-10 हजार रुपये, नवरात्र का बड़ा तोहफा देंगे मोदी
पुलिस जवान ने गुड़िया को दिए नए कपड़े
पुलिस जवान ने गुड़िया के लिए नए कपड़े और जरूरी सामान उपलब्ध कराया. वहीं, अस्पताल में मौजूद अन्य मरीजों के परिजनों ने उसे तैयार किया मांग में सिंदूर लगाया और आशीर्वाद देकर वार्ड से विदा किया.
दरअसल गुड़िया को सड़क किनारे भीख मांगते और बीमार अवस्था में बिहार पुलिस के जवान धनंजय पासवान ने देखा था. उन्होंने मानवता का परिचय देते हुए उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया. पुलिस की इस पहल ने न सिर्फ गुड़िया की जिंदगी बचाई बल्कि पति-पत्नी की मुलाकात कराकर उसे नई जिंदगी भी दी. धनंजय पासवान का कहना है कि यह उनका धर्म और फर्ज था.