विधानसभा चुनाव के बीच राजद ने अपने ही पार्टी के नेताओं पर बड़ी कार्रवाई की है. राजद ने अपने 27 नेताओं पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में कार्रवाई की है. इन सभी नेताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. सभी 27 नेताओं को पार्टी से निष्काषित कर दिया गया है.
जिन लोगों पर पार्टी की तरफ से एक्शन लिया गया है, उसमें कई विधायक, पूर्व विधायक समेत कई पदाधिकारी शामिल हैं. राजद की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने पत्र जारी कर इन नेताओं को पार्टी से 6 साल के लिए बाहर का रास्ता दिखाया है .
जिन लोगों पर पार्टी ने एक्शन लिया है उसमें परसा विधायक छोटेलाल राय, महिला विंग की प्रदेश अध्यक्ष रहीं रितु जायसवाल, विधायक मोहम्मद कामरान और पूर्व विधायक राम प्रकाश महतो, अनिल साहनी, सरोज यादव और अनिल यादव समेत कुल 27 नेता शामिल हैं. इन पर पार्टी अनुशासन भंग करने और प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों का समर्थन करने के आरोप में छह साल के लिए निष्कासित किया गया है.
क्यों लिया गया एक्शन?
बता दें कि महिला शाखा की प्रमुख रहीं रितु जायसवाल पर एक्शन लिया, क्योंकि वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रही हैं. हालांकि राजद की तरफ से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे की बहू स्मिता पूर्वे को टिकट दिया गया है. इसके साथ ही नवादा के गोविंदपुर से मौजूदा विधायक मोहम्मद कामरान को भी पार्टी से निकाल दिया गया है, उन्होंने भी राजद की आधिकारिक उम्मीदवार और पूर्व विधायक कौशल यादव की पत्नी पूर्णिमा यादव के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया था.
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इससे पहले JDU ने भी 16 नेताओं पर एक्शन लिया था और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) ने एक मौजूदा विधायक और दो पूर्व मंत्रियों सहित 16 नेताओं को निष्कासित कर दिया. पार्टी से बाहर निकाले गए लोगों में भागलपुर जिले के गोपालपुर से वर्तमान विधायक नरेन्द्र नीरज उर्फ गोपाल मंडल भी शामिल हैं. मंडल ने हाल ही में पटना में मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना दिया था जब उन्हें पता चला कि पार्टी उन्हें उम्मीदवारों की सूची से हटाने जा रही है.










