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जेल में रची साजिश, लुटेरों को फोन पर निर्देश दे रहा था महाठग सुबोध सिंह; ऐसे सुलझी 20 मिनट में 2 करोड़ लूट की कहानी

Purnia Tanishq Showroom Gold Robbery Case: बिहार के पूर्णिया में हुई लूट के मामले में पुलिस को चौंकाने वाली बातें पता लगी हैं। लुटेरे प्लान बनाकर आए थे। यही नहीं, वे शहर में वारदात से पहले पहुंच गए थे। पुलिस ने मामले में काफी चौंकाने वाली बातों का खुलासा किया है। लेकिन पुलिस को एक सबूत ऐसा मिला, जिससे लुटेरे पकड़ में आ गए।

Edited By : Parmod chaudhary | Updated: Jul 31, 2024 17:54
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Bihar crime news

Bihar Crime News: (अमिताभ कुमार ओझा, पूर्णिया) बिहार के पूर्णिया में तनिष्क शोरूम में हुई लूट की वारदात की साजिश पटना की बेउर जेल में रची गई थी। वारदात का मास्टरमाइंड देश के सबसे बड़े सोना लुटेरे गिरोह का सरगना सुबोध सिंह है। जो इस समय पटना की बेउर जेल में बंद है। लगातार छह दिन की जांच के दौरान पुलिस ने पूर्णिया से लेकर पटना और पश्चिम बंगाल में भी छापेमारी की है। गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है। हालांकि अभी तक लूटे गए दो करोड़ के सोने की रिकवरी नहीं हो पाई है। पूर्णिया के खजांची हाट थाना क्षेत्र में बीती 26 जुलाई को दिनदहाड़े बदमाशों ने दो करोड़ से ज्यादा की लूट को अंजाम दिया था। मामले की जांच के लिए पूर्णिया पुलिस के अलावा एसटीएफ की 10 टीमों को लगाया गया था।

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खुद एसटीएफ के एडीजी अमृत राज पूर्णिया में जांच के लिए आए थे। जांच के दौरान सीसीटीवी और सर्विलांस की भी मदद ली गई थी। शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर चार लुटेरों की पहचान की गई थी। इनकी तस्वीर को भी पुलिस द्वारा सार्वजनिक किया गया था। वहीं, मोबाइल के डंप डाटा से पता चला कि इनमें से एक लुटेरा लगातार पटना की बेउर जेल में किसी बदमाश के संपर्क में था। जांच के बाद पता चला कि इस लुटेरे का संपर्क सुबोध सिंह के साथ था। इसके लिए सुबोध सिंह ने स्थानीय अपराधी बिट्टू सिंह को जिम्मेदारी दी थी। बिट्टू सिंह कुछ समय पहले ही जमानत पर बाहर आया है।

जेल में हुई दोस्ती, लॉज में ठहरे थे बदमाश

बिट्टू सिंह की जेल में सुबोध सिंह के साथ दोस्ती हुई थी। इसके बाद तनिष्क शोरूम में लूट की साजिश रची गई। हालांकि इसमें स्थानीय अपराधियों को शामिल नहीं किया गया था। पूर्णिया के लाइन बाजार में एक क्लीनिक चलाने वाला राहुल कुमार अपराधियों को गाइड कर रहा था। बिट्टू सिंह, अभिमन्यु सिंह और चुनमुन झा के ठिकानों पर बाहर से आए बदमाशों को ठहराया गया था। इसके अलावा बदमाशों को अररिया के एक लॉज में भी रखा गया था। एक सप्ताह पहले ही लुटेरों ने शोरूम की रेकी की थी। इसके बाद वे शहर में ही रहे। बदमाशों ने कई शॉपिंग मॉल्स से कपडे़ भी खरीदे थे। वारदात के दौरान सिर्फ चुनमुन झा ने मास्क लगा रखा था। जबकि अन्य बिना मास्क थे। वारदात के बाद सभी पश्चिम बंगाल के मालदा में छिप गए थे।

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पुलिस ने हथियार और बाइक किए बरामद

मालदा पुलिस के सहयोग से 3 बाइक भी बरामद की गई हैं। जांच में पता चला है कि चुनमुन सुबोध सिंह से संपर्क में था। वारदात के बाद उसने मोबाइल जला दिया था। इसके अवशेष पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। अभी तक अभिमन्यु सिंह, बमबम यादव, राहुल श्रीवास्तव और चुनमुन झा के भाई आनंद झा को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से 2 देसी कट्टे, 3 कारतूस, 4 मोबाइल और 3 मोटरसाइकिल बरामद किए गए हैं। सोने की रिकवरी के लिए बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में रेड की जा रही है। बेउर जेल में बंद सुबोध सिंह देश का सबसे बड़ा सोना लुटेरा है। उसने कई शहरों में वारदातें की हैं। वह पिछले 8 साल से जेल में है। वहीं से गैंग ऑपरेट कर रहा है।

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Written By

Parmod chaudhary

First published on: Jul 31, 2024 05:54 PM

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