पटना के जानीपुर थाना अंतर्गत नदवा गांव में हुई दो मासूम भाई-बहन की निर्मम हत्या के मामले में पटना पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। यह घटना न तो लूटपाट से जुड़ी थी। न ही किसी पारिवारिक दुश्मनी का नतीजा, बल्कि एकतरफा प्रेम में मिली अस्वीकृति ने इस वारदात को जन्म दिया। पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि पुलिस ने इस दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपी शुभम कुमार (19) और उसके सहयोगी रोशन कुमार (19) को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया गया था, जिसकी जांच में यह चौंकाने वाला सच सामने आया।
एक सप्ताह तक रची गई थी हत्या की साजिश
एसएसपी के अनुसार, इस मर्डर का प्लान एक सप्ताह पहले ही बना लिया गया था। घटना की रात आरोपी दुकान से केरोसिन तेल खरीदकर सीधे लड़की के घर पहुंचा। वहां पहले सो रहे 10 वर्षीय भाई को ईंट से कुचलकर मार डाला और फिर 15 वर्षीय बहन की भी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों ने दरवाजा बंद कर फरार हो गए।
क्या है पूरा मामला?
शुभम और मृतका पहले स्कूल के दिनों में एक-दूसरे के संपर्क में थे, लेकिन परिवार की नाराजगी के चलते संपर्क टूट गया। हाल ही में शुभम को पता चला कि लड़की किसी और के संपर्क में है। इसी बात से गुस्सा होकर उसने यह कदम उठाया। पूछताछ में शुभम ने पुलिस को बताया कि अगर वह मेरी नहीं हो सकती, तो किसी और की भी नहीं होगी। हालांकि हत्या की योजना शुभम की थी, लेकिन रोशन ने वारदात के बाद सबूत मिटाने में उसकी मदद की। रोशन और मृतका भी एक-दूसरे को जानते थे, जिससे पुलिस को उसके संबंध में शक हुआ और वह भी गिरफ्त में आ गया। शुभम ने जिस दुकान से मिट्टी का तेल खरीदा था, उस दुकानदार से भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस मामले के हर एंगल को लेकर जांच कर रही है।
स्थानीय विधायक समेत 30 पर FIR
आपको बता दें, जानीपुर थाना क्षेत्र के नगवां गांव में इस घटना ने पूरे प्रदेश को हिलाकर कर रख दिया। अपराधियों ने दिनदहाड़े घर में घुसकर दो मासूमों की बेरहमी से हत्या कर दी। यही नहीं, आरोपियों ने सबूत मिटाने के इरादे से शवों को जलाने की कोशिश भी की। जब मां शोभा देवी दोपहर ड्यूटी से घर लौटीं, तो दरवाजा खुला मिला लेकिन अंदर का कमरा बंद था। शक होने पर उन्होंने पास में काम कर रहे मजदूरों की मदद ली।
दरवाजा खोला गया तो अंदर का नजारा देख किसी की भी रूह कांप जाती। बेटी का शव बुरी तरह जला हुआ बेड पर था, जबकि बेटे का शव दूसरे कमरे में जला हुआ मिला। इस हत्या के बाद भड़की हिंसा और हंगामे के दौरान स्थानीय विधायक समेत 30 अन्य लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर पुलिस के काम में बाधा पहुंचाने, सड़क जाम और तोड़फोड़ जैसे आरोप लगाए गए।
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