केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शनिवार को बिहार के गया जिले के सिंगरा स्थान पुलिस लाइन में आयोजित बाबू वीर कुंवर सिंह विजय उत्सव कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि भाग लिया। इस दौरान उन्होंने वीर कुंवर सिंह की बहादुरी के किस्से सुनाते हुए लोगों से उनसे प्रेरणा लेने का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति में बाबू वीर कुंवर सिंह का त्याग और बलिदान युगों युगों तक याद किया जाएगा।
मांझी ने पाकिस्तान पर किया तीखा हमला
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्यक्रम के दौरान पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए मांझी ने पाकिस्तान पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कड़े रुख के चलते पाकिस्तान नेतृत्व बैकफुट पर आ गया है और जांच के लिए तैयार होने की बात कर रहा है। मांझी ने साफ किया कि इस मामले में जांच की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि हमलावर ने नाम पूछकर और धार्मिक पहचान जानने के बाद हमला किया था। उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवादियों का सबसे बड़ा पनाहगार बताया।
“प्रथम स्वतंत्रता संग्राम 1857 की क्रांति में बाबु वीर कुंवर सिंह जी का त्याग और बलिदान युगों युगों तक याद किया जाएगा”
आज बाबू वीर कुंवर सिंह पार्क परिसर, सिंगरा स्थान,पुलिस लाईन में बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह में उपस्थित रहकर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर सभा को… pic.twitter.com/6KpTshNzDF— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) April 26, 2025
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दुश्मन को संभलने का भी मौका नहीं मिलेगा: मांझी
केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी के 24 अप्रैल को दिए मधुबनी जिले के झंझारपुर से दिए गए संदेश का उल्लेख करते हुए कहा कि देश के दुश्मनों को ऐसी सजा दी जाएगी, जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की होगी। मांझी ने बताया कि इसी मामले में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रक्षा समिति की बैठक भी हुई है। उन्होंने कहा कि पिछली बार सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, लेकिन ये बात पुरानी हो गई है। इस बार कार्रवाई इतनी गंभीर होगी कि दुश्मन को संभलने का भी मौका नहीं मिलेगा।
‘पीओके को आजाद कराना निर्णायक कदम होगा’
जीतन राम मांझी ने इस दौरान भारत सरकार द्वारा उठाए गए 5 बड़े कदम का भी जिक्र किया। उन्होंने सिंधु जल संधि पर लिए गए सख्त फैसले को लेकर कहा कि आगे और भी कड़े कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर पीओके को आजाद कराया जाता है, तो वह सबसे बड़ा और निर्णायक कदम होगा। मांझी ने विश्वास जताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिशा में ठोस कार्रवाई करेंगे।