Nagaland JDU: नागालैंड में नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) के एकमात्र विधायक ने BJP-NDPP सरकार को समर्थन दे दिया। विधायक के इस फैसले पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिफर गए।
पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने कड़ा कदम उठाते हुए गुरुवार को अपनी नागालैंड राज्य समिति को तत्काल प्रभाव के साथ भंग कर दिया। कहा गया कि नागालैंड के राज्य अध्यक्ष ने केंद्रीय नेतृत्व परामर्श किए बिना नागालैंड के मुख्यमंत्री नेइपीहू रियो को समर्थन पत्र दिया।
और पढ़िए – BJP On Opposition Allegation: ED-CBI के दुरुपयोग के आरोप पर BJP प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष को देगी जवाब
नागालैंड में JDU के एक ही विधायक ने BJP-NDPP सरकार को दिया समर्थन
◆ पार्टी ने अनुशासनहीनता और मनमाना फै़सला बताया और राज्य में पार्टी यूनिट को ही कर दिया भंग #JDU | #Nagaland | #NitishKumar pic.twitter.com/dNSHD8htBH
---विज्ञापन---— News24 (@news24tvchannel) March 9, 2023
जदयू प्रवक्ता बोले- नागालैंड मॉडल पूरे देश में लागू करना चाहती है भाजपा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU ने बुधवार को नागालैंड पार्टी इकाई के इस फैसले को मनमानी करार दिया। जदयू केंद्रीय कमेटी ने यह अनुशासनात्मक कार्यवाही करते हुए राज्य समिति को भंग करने का फैसला लिया है। इसी कड़ी में नॉर्थ ईस्ट के प्रभारी अफाक अहमद खान ने पूरे जदयू कमेटी को भंग कर दिया अब नए सिरे से वहां कमेटी बनाई जाएगी।
जदयू प्रवक्ता डॉ सुनील सिंह ने कहा कि भाजपा जिस नियत से काम कर रही है उसकी शुरुआत हो गई है। ये नागालैंड मॉडल है। जिसे भाजपा पूरे देश में लागू करना चाहती है।
और पढ़िए – Viral Video: बिंदी नहीं लगाने पर भाजपा के सांसद ने महिला को लगाई फटकार, कहा- तुम्हें ज्ञान नहीं है?
बिहार में पिछले साल नीतीश ने छोड़ा था भाजपा का साथ
पार्टी के विधायक की ओर से भाजपा समर्थित NDPP सरकार को समर्थन दिए जाने के फैसले से JDU काफी नाराज बताई जा रही है, जिसने पिछले साल बिहार में भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो गया था और राजद के अलावा अन्य दलों के सहयोग से सरकार बनाई थी। राज्य में सरकार बनने के बाद नीतीश कुमार ने भाजपा को 2024 आम चुनाव में हराने की मुहिम छेड़ी है।
नेफ्यू रियो की सरकार को इन दलों का है समर्थन
बता दें कि एनडीपीपी के अध्यक्ष नेफ्यू रियो ने मंगलवार को नागालैंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। उन्हें एनसीपी, एनपीपी, नागा पीपुल्स फ्रंट, आरपीआई (ए), एलजेपी (राम विलास), जेडी (यू) और निर्दलयी ने अपना समर्थन दिया है।