Union Minister Chirag Paswan Exclusive Interview: इसी साल दिल्ली के बाद बिहार में विधानसभा चुनाव संपन्न होने हैं। एनडीए बिहार में दोबारा सरकार बनाने को लेकर रणनीति से काम कर रहा है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में एनडीए ने देवली सीट लोजपा (आर) को दी है। अभी उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया गया है। चिराग पासवान ने कहा कि पीएम मोदी ने लगातार 10 साल देश के लिए काम किया है। अब भी कर रहे हैं। चिराग पासवान आज न्यूज24 के कार्यक्रम मंथन 2025 में एक्सक्लूसिव इंटरव्यू के दौरान बोल रहे थे। उन्होंने इस दौरान चुनाव की रणनीति पर खुलकर चर्चा की।
प्रशांत किशोर को लेकर उन्होंने कहा कि वे उनके पुराने दोस्त हैं। उपचुनाव में उनको सफलता नहीं मिली, लेकिन आने वाले चुनाव में वे कैसा प्रदर्शन करेंगे, यह देखने वाली बात होगी? आप अपने पिता (रामविलास पासवान) से भी आगे निकलेंगे। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सौभाग्य से आपको राजनीति में एंट्री तो मिल सकती है, लेकिन जनता के बीच जाने के लिए आपकी काबिलियत जरूरी है।
राहुल गांधी के जातिगत जनगणना और 50 फीसदी से अधिक रिजर्वेशन के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि कहने और करने में फर्क होता है। आज भी जाति की वजह से ग्रामीण इलाकों में दूरियां बनी हुई हैं। लोक जनशक्ति पार्टी ने ही सबसे पहले ऊंची जाति के गरीबों के लिए आरक्षण की डिमांड की थी। हमने तो इसे अपने मैनिफेस्टो में भी शामिल किया था।
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मस्जिदों के नीचे मंदिर होने के दावों और खुदाई को लेकर आपका क्या स्टैंड है? इसके जवाब में चिराग ने कहा कि ये विषय उनकी प्राथमिकता में नहीं है। देश की एक बड़ी आबादी की आस्था का सवाल है, आस्था पर कोई सवाल नहीं होना चाहिए। मैं नहीं मानता कि मस्जिद-मस्जिद खुदाई कर शिवालय खोजे जाएं, लेकिन चूंकि ये विषय मेरी प्राथमिकता में नहीं है, किसी की आस्था का सवाल है तो इस पर कोई टिप्पणी नहीं हो सकती।
आपको मोदी का हनुमान और पूर्व फिल्म स्टार कहा जाता है। आपको कौन सा परिचय अच्छा लगता है? सवाल के जवाब में पासवान ने कहा कि उन्होंने फिल्मों में एंट्री जरूर की थी। वे सिर्फ चिराग पासवान के जरिए ही अपना परिचय देना बेहतर समझते हैं। दही चूड़ा प्रोग्राम में आपने नीतीश कुमार को बुला लिया, लेकिन खुद नहीं आए। इस पर चिराग ने कहा कि नीतीश बिहार के सीएम हैं।
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मेरे पिता हर साल इस परंपरा को निभाते हुए दही चूड़ा का आयोजन करते थे। मैं भी उसी परंपरा को निभा रहा हूं। सीएम मकर संक्रांति के दिन 11 बजे से पहले आयोजन में शामिल हुए थे। उनको लग रहा था कि वे 11 के बाद आएंगे, लेकिन नीतीश सवा 10 बजे पहुंच गए थे। इस दौरान वे पूजा कर रहे थे। इसी वजह से सीएम के साथ कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके। वे जब पहुंचे, तब तक सीएम कार्यक्रम में शिरकत कर निकल चुके थे।
कभी आप नीतीश के खिलाफ मुहिम छेड़ चुके थे, आज कहते हैं कि सीएम का वे सम्मान करते हैं। बिहार NDA में क्या बदला है? इसके जवाब में चिराग ने कहा कि वे व्यक्तिगत तौर पर किसी की खिलाफत नहीं करते। नीतीश उनसे उम्र और अनुभव में बड़े हैं। वे विरोध के समय भी मिलने पर उनके पैर छूते थे। कुछ नीतियों को लेकर उनसे दूरी थी। अब मैं मानता हूं कि गठबंधन में रहने पर हमें ईमानदार रहना चाहिए। अगर अब मेरी नाराजगी होती तो मैं खुद को गठबंधन से अलग कर लेता।