Bihar Chunav Manthan 2025: मंथन 2025 के कार्यक्रम में BJP के CM फेस पर राजीव प्रताप रूडी ने कहा कि बिहार के लोगों का नीतीश कुमार पर बड़ा विश्वास है और मैं फिर दोहराना चाहूंगा कि नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री थे, बिहार के मुख्यमंत्री हैं और बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे. किसी को कोई इसमें शक नहीं होना चाहिए. भाजपा के पास बड़े चेहरे हैं, लेकिन बड़ा भाई छोटा भाई वाली बहस अब वो पुरानी हो गई है. उसका थोड़ा सा हमने संशोधन कर दिया. हमारे मित्र यहां लोग कहते हैं कि डबल इंजन की सरकार तो मैं लोगों को कहता हूं कि बिहार टेक ऑफ कर गया है. जब विमान की यात्रा करते हैं टेक ऑफ के बाद तो दोनों विमान के इंजन साथ चलते हैं और गति पकड़ते हैं. बिहार की स्थिति वही है.
क्या बिहार में तो नहीं होगा महाराष्ट्र जैसा फार्मूला
महाराष्ट्र जैसा फार्मूला कहीं बिहार में तो लागू नहीं होगा? इस सवाल पर राजीव प्रताप रूडी कहते हैं कि ऐसे सवालों का कोई मतलब नहीं. हम लोग बड़े कमिटमेंट को पूरा करते हैं और जो हम लोग कमिट करते हैं उसके साथ चलते हैं. इसलिए उसमें आपको चिंता नहीं व्यक्त करनी चाहिए. गौरतलब है कि महाराष्ट्र में चुनाव से पहले एकनाथ शिंद मुख्यमंत्री थे. चुनाव के बाद देवेंद्र फडनवीस बन गए. अरविंद केजरीवाल की तरह तो नहीं हो जाएगा, के सवाल पर राजीव प्रताप रूडी कहते हैं कि काल्पनिक अवस्था में जीने का अधिकार तो सबको है. बिहार में न तो बड़ा आंदोलन खड़ा है और कोई 77 की तरह आंदोलन खड़ा है और जयप्रकाश जी आ गए हो. सामान्य राजनीतिक यात्रा चल रही है कुछ लोग आ रहे हैं टेंट- शमियाना लग रहा है. कुछ अंग्रेजी हिंदी का भाषण चल रहा है.
क्या आपने पप्पू यादव को माफ़ कर दिया
पप्पू यादव को माफ करने के सवाल पर राजीव प्रताप रूडी कहते हैं कि मैं लोगों को यह कहता हूं कि साहब मैं अपने क्षेत्र में काम करता हूं. अपने-अपने दायरे में काम करो. मेरे यहां आओगे तो फिर बड़ा लंबा समय जेल में रहना पड़ता है. वो ईश्वर ही तय कर देता है. मैं ईश्वर की कृपा से और आप सब की कृपा से 40 साल से लड़ रहा है. सात बार, आठ बार का एमपी हूं. लगातार जीतता हूं मैं भी. अब मुझे नहीं कोई टिप्पणी करनी है. मैं बेटर करूंगा कि उससे आगे बढ़ जाऊंगा. मेरा थोड़ा स्टैंडर्ड मेंटेन करने दीजिए हमको. कांग्रेस को लेकर पूछे सवाल पर राजीव प्रताप रूडी कहते हैं कि कांग्रेस वीक है. एक बहुत बढ़िया चीज बिहार में हुई है. क्योंकि बिहार के बारे में जो दिल्ली के पत्रकार और दिल्ली के लोग और देश के लोग चर्चा करते हैं. सड़क नहीं, लोग गरीबी है, बिजली नहीं है, फलाना नहीं है. बिहार आने पर लोगों का पता लगता है कि बिहार की बिल्कुल ही इमेज बदल चुकी है. बिहार के भाजपा के चेहरे के सवाल पर राजीव प्रताप कहते हैं कि नेतृत्व किसके पास होगा, यह कुछ तो भाग्य से तय होता है. कुछ ईश्वर तय करता है और पार्टी तय करती है. मैंने अपनी राजनीतिक यात्रा में वाजपेयी जी के साथ भी काम कर लिया और मोदी जी के साथ काम कर लिया और पार्लियामेंट में मैं सात प्रधानंत्रियों के सामने या तो बैठा हूं या उनके पीठ पर बैठा हूं. इस उपलब्धि के बाद बहुत ज्यादा आतुर नहीं होना चाहिए.