Bihar Chunav Manthan 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच News 24 का मंथन कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें गुरुवार को बीजेपी नेता राजीव प्रताप रूडी ने शिरकत की. उन्होंने राजनीति में जातियों और जातिगत समीकरणों पर खुलकर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने सभी सवालों का बेबाकी से जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 1983 में पहली बार में अपने कॉलेज का अध्यक्ष हो था. विमान उड़ाने के सवाल में उन्होंने कहा कि मैं 16 साल से विमान उड़ा रहा हूं। फर्क इतना है कि नहीं उड़ाने वाले भारत में कुछ ज्यादा ही मार्केटिंग करते हैं उडाने वाले नहीं करते.
3 साल से चली यात्रा
कार्यक्रम में जात की राजनीति को लेकर किए सवाल में उन्होंने कहा कि अगर राजीव प्रताप रूडी क्षत्रिय समाज से नहीं होता, अगर राजपूत नहीं होता, तो मुझे क्यों कभी कोई टिकट देता और वो तो सभी राजनीतिक पार्टियों में है. यह समीकरण जिस प्रकार से बनाया जाता है, चाहे उत्तर भारत हो, दक्षिण भारत हो ये तो ग्राउंड रियलिटी है. एक्सेप्ट करना पड़ेगा. इस दौरान उन्होंने अपनी यात्रा को लेकर कहा कि मेरी यात्रा 3 साल पहले मैंने विजन बिहार के नाम से शुरू किया. उन्होंने कहा कि जब मैं गांवों में जा रहा था, तो लोग यह बार-बार पूछते थे कि आप हमारे समाज के हैं. मैने देखा कि वो अपने आप को उपेक्षित महसूस करते हैं. ऐसा नहीं है कि बीजेपी से उपेक्षित है, लगभग सभी राजनीतिक पार्टियों ने उनको एक मान लिया है कि यह हमारे हैं.
कुछ नेताओं को उनकी जात से उनकी पार्टी में पहचान होती है
उन्होंने बताया कि उसके बाद बिहार में गिनती आ गई. उसमें कहा कि आपकी संख्या तो 3.5% है] आप हैं कौन? उन्होंने कहा कि खासियत यह है कि सभी पॉलिटिकल पार्टी में नेता की पहचान उसके जात से होती है. लेकिन हमारे यहां या कुछ ऐसी पॉलिटिकल पार्टी है. जिसमें फॉरवर्ड नेतृत्व चाहे वो राजपूत हो या भूमिहार या ब्राह्मण हो. उसको उस पार्टी के दायरे में जाना जाता है कि यह भाजपा है यह कांग्रेस है. यह एक बड़ा फर्क है. कुछ नेताओं को उनकी जात से पहचान उनकी पार्टी में होती है. इस दौरान उन्होंने राहुल गांधी से हाथ मिलाने के सवाल पर कहा कि पार्लियामेंट में तो सबसे मुलाकात होती है और मैं थोड़ा सोशल हूं. मेरी मुलाकात सबसे होती है. राजनीति में वो लोकसभा में सामने बैठते हैं. किसी पत्रकार ने कह दिया कि कांग्रेस पार्टी में रूडी जा रहे हैं, क्योंकि हाथ मिला लिया. मुझे लगता है इस विश्लेषण को थोड़ा छोटा करना चाहिए. पार्लियामेंट में मेरी मुलाकात सिर्फ उनसे नहीं होती है. सभी पॉलिटिकल पार्टी के लोगों से मैं हाथ मिलाता हूं. मेरी मुलाकात सबसे होती है.










