अमिताभा ओझा, पटना।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी को बड़ा झटका लगा है। लालू प्रसाद के करीबी माने जाने वाले दानापुर के RJD विधायक रीतलाल यादव ने अपने भाई के साथ दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। दरअसल, एक बड़े बिल्डर ने रीतलाल यादव पर रंगदारी मांगने और उन्हें जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उनके कई ठिकानों छापेमारी की थी, लेकिन छापेमारी के दौरान रीतलाल अपने घर पर मौजूद नहीं थे। पटना पुलिस रीतलाल यादव और उनके भाई की तलाश कर रही थी। वहीं, बुधवार को भाजपा ने सोशल मीडिया पर रीतलाल यादव को फरार घोषित किया था।
कोर्ट ने रीतलाल को बेउर जेल भेजा
आरजेडी विधायक रीतलाल राय के साथ चिक्कू यादव, भाई पिंकू यादव और श्रवण यादव एवं अन्य सहयोगी ने भी दानापुर कोर्ट में सरेंडर किया। सरेंडर के बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में बेउर जेल भेज दिया है। रीतलाल यादव के वकील सफदर हयात ने बताया की दानापुर कांड संख्या 129/25 में एक बिल्डर द्वारा विधायक रीतलाल यादव समेत उनके भाई और रिश्तेदारों को आरोपित किया गया था, इस मामले में सभी ने सरेंडर कर दिया है।
कई जगहों पर हुई थी छापेमारी
बता दें कि शुक्रवार (11 अप्रैल को) पुलिस ने पटना से सटे दानापुर समेत कुछ अन्य जगहों पर राजद विधायक के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। इस दौरान विधायक रीतलाल यादव के घर पर और उनके करीबियों के 11 ठिकानों पर पटना पुलिस व एसटीएफ ने संयुक्त रूप से यह कार्रवाई की थी। छापेमारी के दौरान सिटी एसपी, दानापुर एएसपी के अलावा पटना के एसएसपी अवकाश कुमार भी पहुंचे थे। विधायक रीतलाल यादव के घर के बाहर करीब 1000 की संख्या में पुलिस और फोर्स को तैनात किया गया था।
छापेमारी के दौरान बरामद हुए थे ये सामान
विधायक रीतलाल यादव के घर पर एवं उनके करीबियों के 11 ठिकानों पर पटना पुलिस व एसटीएफ की संयुक्त छापेमारी के दौरान साढ़े दस लाख रुपये नकद, 77लाख रुपये का ब्लैंक चेक, 4 संदिग्ध चेक, जमीन के कई डीड पेपर, 6 पेन ड्राइव और वॉकी टाकी बरामद किया गया था। छापेमारी में विधायक के आवास से दो काला बॉक्स भी जब्त किया गया था और बिजनेस पॉटर्नर सुनील के आवास से नकदी समेत जमीन के कागजात बरामद किए गए थे।
जान से मारने की धमकी देने का आरोप
एक बड़े बिल्डर ने रीतलाल यादव पर आरोप लगाया है कि उन्हें पिछले कई दिनों से आरोपी से जबरन वसूली और जान से मारने की धमकी वाले फोन आ रहे थे। यह भी आरोप है कि आरोपियों ने संपत्ति से जुड़े कुछ दस्तावेजों में जालसाजी की है। शिकायतकर्ता बिल्डर पटना के खगौल में एक अपार्टमेंटमें का निर्माण कर रहे हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया था कि रीतलाल यादव के बिजनेस पार्टनर सुनील महाजन राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी पूर्व विधायक आरके राणा के अभियंता नगर वाली जमीन पर कब्जा कर आलीशान बंगला और बगल वाले प्लॉट पर अपार्टमेंट का निर्माण करा रहा है। बताया जाता है कि उक्त जमीन पर आयकर विभाग और ईडी द्वारा रोक लगाई गई थी। इसके बाद भी जमीन पर जबरन कब्जा कर निर्माण कार्य कराया जा रहा है।
‘कार्रवाई राजनीतिक द्वेषपूर्ण भावना और ओछी मानसिकता का परिचायक’
वहीं, छापेमारी को लेकर विधायक रीतलाल यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा था कि ‘चुनाव से पहले करीब 1000-1500 की संख्या मे बिहार पुलिस प्रशासन बिना किसी सर्च वारंट के और बिना सूचना के मेरे घर छापेमारी कर मुझे और मेरे परिजनों को अकारण मानसिक रूप से सुबह से लेकर शाम तक जिस तरीके से परेशान किया जा रहा है और पूछने पर कुछ बताया भी नही जा रहा है। इसके अलावा महिलाओ को बेवजह तंग किया जा रहा है। मेरी सामाजिक व राजनीतिक छवि को धूमिल करने की असफल कोशिश की जा रही है। उससे यह साबित होता है कि उक्त कार्रवाई राजनीतिक द्वेषपूर्ण भावना और ओछी मानसिकता का परिचायक है।’