अजय कुमार सिंह
बिहार के कैमूर जिले से ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी का मामला सामने आया है। यहां ट्रैफिक पुलिस की गुंडई की वजह से चांदनी चौक मोहनिया पर आधे घंटे तक हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ, जिसकी वजह से सड़क पर लंबा जाम लगा रहा। चांदनी चौक मोहनिया पर ये सारा बवाल इसलिए हुआ क्योंकि कथित तौर पर ट्रैफिक पुलिस एक ट्रैक्टर चालक की पिटाई कर रही थी। ट्रैक्टर चालक और ट्रैफिक पुलिस दोनों ने ही इस मामले पर अपना पक्ष रखा और एक-दूसरे पर आरोप लगाया है।
500 रुपये का चालान काटा
ट्रैक्टर चालक प्रभु कुमार पटेल का आरोप है कि वह भभुआ से ट्रैक्टर पर गेहूं लोड करके मोहनिया के बाजार समिति जा रहा था। उसने सिपाही से पूछा कि किस रास्ते से जाए। इस पर ट्रैफिक पुलिस ने उसका 500 रुपये का चालान काट दिया। उसने इसका विरोध किया। उसने कहा कि वह बस ये चाहता था कि जो फाइन काटा है उसका भरपाई हो जाए और आगे से किसी को परेशानी न हो। लेकिन जब उसने इसका विरोध किया तो ट्रैफिक पुलिस द्वारा उसकी डंडे से पिटाई की गई। इसके बाद उसने रोड पर ही आरोपी ट्रैफिक पुलिस पर कार्रवाई की मांग की, जिसकी वजह से सड़क पर भी जाम लग गया। बवाल बढ़ने के बाद ट्रैफिक पुलिस अपनी गाड़ी में बैठकर मौके से भाग गया।
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पिटाई आरोप पूरी तरह से झूठ
वहीं, इस पूरे मामले पर ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर चालक द्वारा लगाया गया पिटाई का आरोप पूरी तरह से झूठ है। ट्रैफिक पुलिस ने चालान को लेकर कहा कि ट्रैक्टर चालक नो एंट्री जोन में गाड़ी चला रहा था, जिसके कारण उसका चालान काटा गया है। ट्रैफिक पुलिस सुनील कुमार ने बताया कि जनता आने-जाने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। ये जाम जानबूझकर लगाया गया है। ट्रैक्टर वाला नो एंट्री में घुसा है और उसका चालान काटा गया। इसलिए उन्होंने सड़क पर जाम लगाया है। मैंने उसकी पिटाई की है, ये बात पूरी तरह से गलत है।