बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पारा चढ़ता जा रहा है। इसे लेकर राजनीतिक पार्टियां एक्टिव हो गईं और वरिष्ठ नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। केंद्रीय मंत्री और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने News 24 से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए राजद पर निशाना साधा और जाति जनगणना के निर्णय को ऐतिहासिक फैसला बताया।
केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि जाति जनगणना कराने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उन्होंने भी कैबिनेट मीटिंग में इसका खुला समर्थन किया। उन्होंने एक कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि ‘एक साधे सब सधे’ पहले जाति जनगणना होनी चाहिए, उसके बाद ठेकेदारी में आरक्षण की बात होगी और फिर न्यायपालिका में।
मांझी ने बताया- तेजस्वी यादव क्यों हास्यास्पद बातें करते हैं?
उन्होंने कहा कि अगर जाति जनगणना की क्रेडिट तेजस्वी यादव ले रहे हैं या कांग्रेस तो ये हास्यास्पद बातें हैं। तेजस्वी कम उम्र के हैं, इसीलिए ऐसी बातें कर रहे हैं। वे दलित और पासी समाज के सामने नाटक कर रहे हैं। तेजस्वी गरीबी हटाने की बात करके सिर्फ स्वांग रच रहे हैं। इस वक्त 90 प्रतिशत जमीन पर राजद के नेताओं का कब्जा है।
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ताड़ी एक नेचुरल जूस है : मांझी
मांझी ने आगे कहा कि उन्होंने मांग की थी कि ताड़ी को शराबबंदी से मुक्त रखें, क्योंकि ताड़ी एक नेचुरल जूस है। लेकिन आज तेजस्वी यादव नाखून काटकर शहीद हो रहे हैं। बिहार में गुजरात मॉडल के आधार पर शराबबंदी लागू हो। राज्य में शराबबंदी को लेकर तंत्र फेल है। जो गरीब लोग जेल में बंद हैं, उनको बाहर निकालना चाहिए, ये उनकी सरकार से मांग है।
मांझी ने नीतीश कुमार के सामने क्या रखीं मांगें?
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि उन्होंने उपचुनाव में मुख्यमंत्री से कहा कि वृद्धा पेंशन की राशि बढ़नी चाहिए। अगर विधानसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना है तो राशि 1500 से 2000 की जाए। साथ ही महिलाओं को राशि देने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने यह भी मांग की है कि 5 एकड़ रखने वाले किसान को बिजली फ्री कर दी जाए। इन मुद्दों पर सीएम नीतीश कुमार को जल्द फैसला लेना चाहिए।
सीएम फेस पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री?
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के पिता अचेत अवस्था में हैं, इसीलिए वो ऐसा कह रहे हैं। नीतीश कुमार बिल्कुल सचेत अवस्था में हैं और सरकार को बेहतर चला रहे हैं। एनडीए के सीएम फेस को लेकर मांझी ने कहा कि वे मुख्यमंत्री के दावेदार नहीं हैं। इस वक्त मुख्यमंत्री पद की वैकेंसी नहीं है।
मांझी ने चिराग पासवान को क्यों घेरा?
जीतनराम मांझी ने आगे कहा कि एलजेपी (रामविलास) पार्टी चिराग पासवान की है। बिहार क्यों चाहेगा कि चिराग आए। वो बिहार आकर कौन बड़ा काम कर देंगे? कौन उनको पुकार रहा है? सब काम नीतीश कुमार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार चिराग को चाह रहा है, बुला रहा है, ऐसी कोई बात नहीं है। बिहार के लाल नीतीश कुमार हैं।
जीतनराम मांझी ने बताया- कब होगी एनडीए की बैठक?
उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर जुलाई में एनडीए की बैठक होगी। महागठबंधन की कैसी बैठक हो रही है? इसे लेकर सब लोग अलग-अलग बातें कर रहे हैं। तेजस्वी सीएम फेस को लेकर महागठबंधन पर दबाव बना रहे हैं। नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव होगा और नीतीश कुमार ही अगले मुख्यमंत्री बनेंगे।
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