सौरव कुमार/पटना
बिहार में शराबबंदी के बावजूद न तो बेचने वाले मान रहे हैं और न ही पीने वाले बाज आ रहे हैं। देखा जाए तो पीने वाले तौबा कर लें तो फिर बेचने वाले बेचेंगे किसे। इसी के चलते प्रदेश में बहुत सी मौतें भी हो चुकी हैं, वहीं सरकार की भी साख दांव पर लगती है। हाल ही में राज्य के एक अस्पताल की बड़ी हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आ रही है। इसमें डॉक्टर्स को जाम छलकाते देखा जा सकता है। अब इस मामले पर विपक्ष ने नीतीश सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि ये सब बड़े लोग हैं, इसीलिए अब तक बचे हुए हैं। अगर इनकी जगह यही काम किसी गरीब ने किया होता तो नीतीश कुमार इनके साथ क्या-क्या करते।
खैर कहिए कि ई सब बड़का लोग है तो अभी तक बचा हुआ है।
गरीब होता तो पता नहीं नीतीश कुमार जी इनके साथ क्या-क्या करते।
वैसे मैं जो हमेशा से कहता आ रहा हुं अब भी वही कहुंगा कि “शराबबंदी कानून गरीबों पर अत्याचार करने के लिए बनाया गया है जो खत्म होना चाहिए।” pic.twitter.com/nwE5qwWTFA— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) December 17, 2023
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मामला उत्तर बिहार के दरभंगा स्थित इलाके के सबसे बड़े अस्पताल DMCH का है। दरअसल, शनिवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया। जन अधिकार पार्टी (JAP) के प्रमुख पप्पू यादव ने भी इसी तरह की एक तस्वीर अपने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ‘X’ के अकाउंट पर शेयर की है। इसमें देखा जा सकता है कि कुछ डॉक्टर्स की मंडली के बीच एक टेबल पर शराब और खाने-पीने का दूसरा साज-ओ-सामान सजा हुआ है। जाम पर जाम चल रहे हैं।
बिहार में ग़रीबों के शराबबंदी का अलग क़ानून है और
DMCH के प्रिंसिपल और डॉक्टरों के लिए अलग क़ानून है क्या?दरभंगा में पेडिकॉन कांफ्रेंस में शराब परोसी जा रही थी। डॉक्टर लोग लुत्फ़ उठा रहे थे, प्रशासन सोई हुई थी, आख़िर कब तक यह चलेगा??
मुख्यमंत्री जी @NitishKumar जी संज्ञान लें pic.twitter.com/vOIHVNGcRL
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) December 16, 2023
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SSP के निर्देश पर पुलिस कार्रवाई में जुटी
उधर, मेडिकल कॉलेज में शिशु रोग विशेषज्ञों के लिए आयोजित कॉन्फ्रेंस के दौरान हुई शराब पार्टी की इन तस्वीरों के वायरल होने के बाद दरभंगा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) अवकाश कुमार ने संबंधित थाने को केस दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए तो पुलिस ने गेस्ट हाउस से तीन बोतल शराब बरामद की। इसके बाद जाम छलकाते दिखाई दिए डॉक्टरों की पहचान करके उनकी तलाशी की जा रही है। उधर, इस बारे में छापा मारने आए सदर डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि गेस्ट हाउस के निचले तल के एक कमरे से तीन बोतल शराब मिली है। केयर टेकर से पूछताछ का क्रम जारी है।
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जीतन राम मांझी और पप्पू यादव के अलावा भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने भी की आलोचना
उधर, इस मसले पर अब राजनैतिक गलियारों में आलोचनाओं का दौर शुरू हो चुका है। इसको लेकर न सिर्फ पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और जेएपी सुप्रीमो पप्पू यादव ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शराबबंदी की सफलता का गुणगान कर रहे हैं, वहीं बिहार में शराब कारोबार का साम्राज्य कायम हो चुका है। इतना ही नहीं, बालू माफिया शराब माफिया और जमीन माफिया ने भी बिहार को शिकंजे में कर रखा है और पुलिस प्रशासन इन पर कार्रवाई करने में पूरी तरह से फेल है।