बिहार चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. जल्द ही सीट बंटवारे और उम्मीदवारों पर भी फैसला हो जाएगा . इससे पहले कांग्रेस को झटका लगा है. मुजफ्फरपुर के पूर्व सांसद अजय निषाद घर वापसी करने जा रहे हैं. अजय निषाद फिलहाल कांग्रेस में हैं लेकिन कब वह नए दल का ऐलान कर दें, कुछ नहीं कहा जा सकता.
पहले बीजेपी में थे अजय निषाद
अजय निषाद बीजेपी के ही नेता थे लेकिन लोकसभा चुनाव में भजपा से टिकट कटने के बाद वह नाराज हो गए थे और पार्टी छोड़कर कांग्रेस के साथ चले गए थे. जानकारी के अनुसार, अजय निषाद की भाजपा नेताओं से दो मीटिंग हो चुकी है. अब बस ऐलान करना बाकी है कि वह घर वापसी कर रहे हैं.
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने अजय निषाद की वापसी की पुष्टि नहीं की लेकिन ये जरूर कह दिया है कि अजय निषाद हमारी पार्टी के सांसद रह चुके हैं. अब अगर वह फिर से आना चाहते हैं तो उनका हम जरूर उनका स्वागत करेंगे.
बिहार चुनाव की तैयारी और सीटों के बंटवारे को लेकर गुणा भाग के साथ मैराथन बैठक भी हो रहा है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं हो पाया है. इस बीच इंडिया गठबंधन में भी विवाद देखने को मिल रहा है. इस बीच अब वामदलों के प्रमुख घटक CPIML ने अपनी बड़ी दावेदारी पेश की है. इस पार्टी ने 40 सीटो की मांग की है और साथ ही गठबंधन के दो प्रमुख दल कांग्रेस और आरजेड़ी के छह-छह सीटो पर भी अपनी दावेदारी ठोकी है.
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CPIML ने कांग्रेस की जिन छह सीटों पर उम्मीदवार उतारना चाहती है उसमें दरभंगा जिले का जाले, नालंदा का राजगीर (सुरक्षित), कैमूर की मोहनियां (सुरक्षित), मधुबनी की बेनीपट्टी, पूर्वी चंपारण की रामनगर एवं पश्चिमी चंपारण की नरकटियागंज सीट है. CPIML ने आरजेड़ी की जिन छह सीटों पर दावेदारी ठोकी है उसमें दरभंगा का गायघाट या हायाघाट, बिहारशरीफ, बाराचट्टी, पूर्णिया की धमदाहा और सुपौल की पीपरा सीट को अपने खाते में लेना चाहती है।









