बिहार की राजधानी पटना के एक निजी अस्पताल में आईसीयू के भीतर हुए चंदन मिश्रा हत्याकांड मामले में बंगाल कनेक्शन सामने आया है। जांच में पता चला है कि इस हमले की साजिश पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद गैंगस्टर शेरू ने रची थी। बिहार एसटीएफ ने शनिवार को कोलकाता के न्यूटाउन इलाके के एक हाई-एंड अपार्टमेंट ‘सुखबृष्टि’ से 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस के हत्थे चढ़े 6 आरोपी चंदन मिश्रा हत्याकांड में शामिल थे या नहीं, इसकी पुष्टि फिलहाल पुलिस ने नहीं की है, पर कोलकाता पुलिस कमिश्नर मनोज वर्मा ने यह जरूर बताया, “उनके पास कुछ इनपुट थे, जिसके आधार पर बिहार एसटीएफ से संपर्क किया गया। संयुक्त अभियान चलाकर इन आरोपियों को पकड़ा गया।” बताया गया है कि पटना एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
जेल से शुरू हुई थी दुश्मनी
सूत्रों के अनुसार, पटना के जिस अस्पताल में 17 जुलाई को हमला हुआ, उस हमले में पांच हमलावर थे। इसके अलावा उनके साथ एक और शख्स मौजूद था, जो अस्पताल के बाहर खड़ा था और हर गतिविधि पर नजर रख रहा था। इससे यह कहा जा सकता है कि चंदन मिश्रा हत्याकांड में कुल मिलाकर 6 आरोपी शामिल थे। सबसे आगे था कुख्यात शूटर तौसीफ राजा उर्फ बादशाह। उसके साथ चार अन्य हमलावर थे। हमला उस समय हुआ जब अस्पताल के आईसीयू में कुख्यात बदमाश चंदन मिश्रा भर्ती था, जिसकी हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी। चंदन मिश्रा की हत्या में बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद शेरू की साजिश का संदेह है। दरअसल, शेरू और चंदन एक समय साथ जेल में बंद थे और वहीं दोनों के बीच गहरी दुश्मनी हो गई थी।
अगर आप इसे मज़ाक़ में ले रहे हैं तो ये वीडियो को देखकर हर किसी को डरना चाहिए, आप कोई भी हो कितना बड़ा आदमी आप क्यों ना हो आप कहीं भी सुरक्षित नहीं है …अपराधी कहीं भी कभी भी पहुँच कर हत्या कर सकता है #Patna #Paras #Chandanmishra pic.twitter.com/1EUbA5TOAJ
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जांच एजेंसियों को शक है कि शेरू ने जेल में रहते हुए इस हत्या की साजिश रची। सवाल उठ रहे हैं कि शेरू का इन शूटरों से संपर्क कैसे हुआ? किसने यह संपर्क कराया? इन सवालों की पड़ताल के लिए शेरू से लगातार पूछताछ की जा रही है। बंगाल पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बिहार पुलिस की टीम ने पुरुलिया जेल में शेरू से पूछताछ की है।
कोलकाता से पकड़े गए 6 आरोपित
बिहार एसटीएफ ने मोबाइल टावर लोकेशन के आधार पर न्यूटाउन स्थित ‘सुखबृष्टि’ अपार्टमेंट में छापेमारी की। पहले अपार्टमेंट के एम-70 ब्लॉक की तीसरी मंजिल से दो आरोपितों को पकड़ा गया। उनसे पूछताछ में अन्य आरोपितों की जानकारी मिली। इसके बाद एम-73 ब्लॉक की पांचवीं मंजिल पर छापेमारी कर चार और आरोपितों को गिरफ्तार किया गया।
वाहन की तलाश में जुटी पुलिस
सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए अभिषेक और सेतुराज नामक दो आरोपित कम से कम छह महीने पहले ‘सुखबृष्टि’ अपार्टमेंट में किराए पर रहने आए थे। शुरू में उनके पास एक वाहन भी था, जिसे अब बसंती हाईवे के किसी अपार्टमेंट में छिपाए जाने की आशंका है। पुलिस ने न्यूटाउन और भांगड़ इलाके के कई थानों से सीसीटीवी फुटेज भी इकट्ठा कर लिए हैं।
गौरतलब है कि यह वही ‘सुखबृष्टि’ अपार्टमेंट है, जहां 9 जून 2021 को मुठभेड़ हुई थी। उस दौरान बंगाल एसटीएफ ने पंजाब के दो गैंगस्टरों जयपाल सिंह भुल्लर और जशप्रीत सिंह उर्फ जस्सी को मार गिराया था। उस मुठभेड़ में एसटीएफ के ओसी (एक्सप्लोसिव) कार्तिक घोष भी घायल हो गए थे। अब चार साल बाद फिर इसी अपार्टमेंट में गैंगस्टरों की सक्रियता सामने आने से इसकी सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।