अमिताभ ओझा, पटना।
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना में पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार की महिला संवाद कार्यक्रम पर हमला किया और इसे सरकारी खजाने की लूट और जनता के पैसे पर चलाया जाने वाला चुनावी अभियान बताया है। साथ ही तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। इसके बाद पलटवार करते हुए जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा का बयान सामने आया। फिर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने भी बड़ा हमला किया।
क्या कहा संजय झा ने?
इंडिया एलायंस की बैठक और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बिहार आगमन पर संजय झा ने कहा चुनावी साल है तो बहुत से लोग दिखाई देंगे, लेकिन बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार चल रही है और 2025 में भी उनके नेतृत्व में एनडीए चुनाव लड़ेगी। उन्होंने ये भी कहा कि डबल इंजन की सरकार से बिहार को फायदा हो रहा है और कोई इसे मिस नहीं करना चाहता। बिहार में कांग्रेस का कुछ नहीं बचा है।
संजय झा ने उठाया जमीन के बदले नौकरी देने का मामला
साथ ही तेजस्वी यादव द्वारा एनडीए की सरकार पर सरकारी खजाने को लूटने का आरोप लगाने पर संजय झा ने कहा कि जिस मामले में जांच चल रहा है, उसमें पहले तेजस्वी यादव को बोलना चाहिए, जो नौकरी को लेकर के काम किए थे, पहले उस पर बोलना चाहिए। नीतीश कुमार के कार्यकाल में बहुत काम हुए हैं अगर उनके कार्यकाल में कुछ हुए हैं तो उन्हें बताना चाहिए। जब मीडिया ने पूछा कि तेजस्वी यादव का आरोप है कि 30% कमीशन फिक्स रहता है। इस पर संजय झा ने कहा कि इस पर टिप्पणी करने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि तेजस्वी यादव से आपने कभी पूछा है कि जमीन के बदले नौकरी देने का क्या मामला है? आप करोड़पति हो गए, बिना कुछ किए हुए कोर्ट आपको बुला रहा है। इस पर कभी उन्होंने बयान दिया है।
‘तेजस्वी को बनाया गया महागठबंधन का क्लर्क’
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने निशाना साधते हुए कहा कि जिस नेता का मुख्यमंत्री बनने का सपना था, उसे अब कोऑर्डिनेशन कमेटी में क्लर्क जैसी भूमिका दी गई है। जायसवाल ने तंज कसते हुए कहा कि महागठबंधन ने अपनी पहली ही बैठक में तेजस्वी यादव के कद को छोटा कर दिया, जो यह दर्शाता है कि महागठबंधन के भीतर असंतुलन है और कांग्रेस बहुत चालाकी से अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत करने में लगी है।
‘विपक्ष के नेता के पास कोई मुद्दा नहीं’
तेजस्वी यादव द्वारा टेंडर घोटाला में नीतीश सरकार पर उठाए गए सवाल पर दिलीप जायसवाल ने कि ‘विपक्ष के नेता के पास कोई मुद्दा नहीं है। मैं इंडी गठबंधन के लोगों को चुनौती देता हूं कि अगर उनमें हिम्मत तो बिहार के विकास पर डिबेट करके दिखाएं। सरकार इसलिए चुनी जाती है कि प्रदेश का विकास हो। बिहार के विकास पर प्रतिपक्ष के नेता को हिम्मत है तो हमसे डिबेट कर देख लें। उनके पिताजी लालू प्रसाद चारा घोटाला में इतना पैसा लेकर बैठ गए हैं, अगर वही पैसा लौटा दें तो बिहार को कोई दिक्कत नहीं होगा।