Bihar Politics: पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद (RCP) सिंह आज दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होंगे। आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। आरसीपी सिंह ने अपने खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों और पार्टी की ओर से स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से इस्तीफा दे दिया था।
पार्टी ने उनसे 2013 से 2022 तक यानी 9 साल में उनके परिवार के सदस्यों की ओर से खरीदी गई सभी अचल संपत्तियों (भूमि के भूखंड) पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा था। पार्टी की ओर से भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर नोटिस भेजे जाने के बाद आरसीपी सिंह ने जदयू छोड़ दिया था।
इस्तीफा देने के बाद बोले थे- सात जन्मों तक पीएम नहीं बन सकते नीतीश
पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि आरसीपी सिंह और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर 2013 से 2022 के बीच बड़ी संपत्ति अर्जित की गई है। वहीं, आरसीपी सिंह ने इस्तीफे के बाद कहा कि नीतीश कुमार अपने सात जन्मों में से किसी में भी प्रधानमंत्री नहीं बनेंगे। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड को डूबता जहाज बताया था।
जनता दल यूनाइटेड ने 2022 में आरसीपी सिंह को राज्यसभा नहीं भेजा था जिसके बाद कभी सीएम नीतीश कुमार के विश्वासपात्र रहे रामचंद्र प्रसाद सिंह ने 6 जुलाई को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
नीतीश कुमार के साथ उनके रिश्ते तब खराब हो गए जब उन्होंने मुख्यमंत्री की सहमति के बिना केंद्रीय मंत्री का पद स्वीकार कर लिया था। इसके अलावा भाजपा से आरसीपी की बढ़ती नजदीकी को लेकर भी उनके और नीतीश के रिश्तों के बीच दरार आई थी। उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी रहे आरसीपी सिंह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर रहते हुए नीतीश कुमार के करीब आए थे।