अभिताभ ओझा, पटना: बिहार में जहरीली शराब से हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है तो दूसरी ओर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बवाल मच चुका है। सीएम ने कहा था कि जो नकली शराब पीएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा। नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों का क्या कर सकते हैं कुछ लोग गलती करते ही हैं। जो शराब पियेगा वो मरेगा ही। नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शराब बंदी है ऐसे में नकली शराब मिलेगी। इसे पीकर लोगों की मौत हो गई। नीतीश कुमार के इस बयान पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बड़ा बयान दिया है।
लगातार हो रहा है इजाफा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब को पीकर मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अभी तक जहरीली शराब पीकर 65 लोगों की मौत हो गई है। इस दर्दनाक मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का संवेदनहीन बयान इसलिए दे रहे हैं क्योंकि मरने वाले गरीब हैं।
सबसे संवेदनहीन मुख्यमंत्री
बिहार में जितने भी मुख्यमंत्री हुए हैं, उनमें वे सबसे संवेदनहीन मुख्यमंत्री हैं। उनकी फर्जी शराबबंदी की कीमत बिहार की जनता को उठानी पड़ रही है। आज बिहार में मौत का मातम है और वह मुस्कुराते हुए संवेदनहीन बयान दे रहे हैं। महागठबंधन शराब माफिया को प्रश्रय दे रहा है। प्रशासन का सहयोग मिलता है। बिहार की जनता राजद, जनता दल यूनाइटेड कांग्रेस और उनके अन्य सहयोगी दलों को देख रही है। समझ रही है कि जब रोम जल रहा था, नीरो बंसी बजा रहा था। वही हाल नीतीश कुमार का है, बिहार में मातम पसरा हुआ है और वह जले पर नमक छिड़क रहे हैं। मौत को हंसी में उड़ा रहे हैं।