Greenfield Corridor Will Be Built In Patna: बिहार को केंद्र सरकार से 2200 करोड़ रुपये के दो हाइवे प्रोजेक्ट की सौगात मिली है। आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट के तहत पटना जिले में रामनगर से कच्ची दरगाह तक एक ग्रीनफील्ड कॉरिडोर का निर्माण होगा। इसके लिए 1082.85 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
वहीं, किशनगंज जिले में NH 27 और NH 237 ई को जोड़ने के लिए किशनगंज और बहादुरकंज खंड पर लगभग 25 किलोमीटर लंबा फोरलेन हाइवे का निर्माण किया जाएगा। इसके लिए 1117 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर बताया कि आमस-दरभंगा एक्सप्रेसवे के हिस्से के रूप में नेशनल हाइवे 119 डी पर रामनगर से कच्ची दरगाह तक 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर बनाया जाएगा। बता दें, यह सड़क पटना रिंग रोड का हिस्सा भी है।
📢 बिहार 🛣️
---विज्ञापन---बिहार के पटना जिले में आमस-दरभंगा राजमार्ग के हिस्से के रूप में, राष्ट्रीय राजमार्ग-119D (मौजूदा राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के चौड़ीकरण सहित) पर रामनगर से कच्ची दरगाह तक 6-लेन एक्सेस कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के निर्माण के लिए 1082.85 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति…
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 19, 2025
आमस-दरभंगा प्रोजेक्ट दो आर्थिक कॉरिडोर, नेशनल हाइवे-02 (New NH-19) और नेशनल हाइवे-57 (New NH-27) के बीच सीधी कनेक्टिविटी देगा। इससे बिहार के आंतरिक भागों की पश्चिम बंगाल, झारखंड और उत्तर-पूर्व राज्यों से कनेक्टिविटी में भी सुधार आएगा। इससे देश के पूर्वी भागों में लंबे मार्ग के ट्रैफिक और माल ढुलाई में सुधार करने में मदद मिलेगी।
📢 बिहार 🛣️
बिहार के किशनगंज जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग-27 और राष्ट्रीय राजमार्ग-327E को जोड़ने वाले एक स्पर के रूप में किशनगंज-बहादुरगंज खंड (लंबाई 24.849 किमी) के 4-लेन के निर्माण के लिए 1117.01 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है।
यह परियोजना आर्थिक कॉरिडोर है जो…
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) January 19, 2025
नितिन गडकरी ने एक अन्य पोस्ट में कहा कि किशनगंज जिले में नेशनल हाइवे-27 और नेशनल हाइवे-327E को जोड़ने के लिए नए फोरलेन हाइवे को मंजूरी दी गई है। यह प्रोजेक्ट आर्थिक कॉरिडोर है जो पूर्व-पश्चिम कॉरिडोर नेशनल हाइवे-27(New)/नेशनल हाइवे-31 (Old) और नेशनल हाइवे-327E के बीच सीधी कनेक्टिविटी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
यह परियोजना अलग-अलग शहरों से सिलीगुड़ी हवाई अड्डे (Bagdogra) तक कनेक्टिविटी में भी सुधार करेगी। इससे नोडल बिंदुओं के बीच की दूरी और यात्रा के समय में काफी कमी आने की भी उम्मीद है ताकि यात्रियों के लिए सबसे कुशल कनेक्टिविटी और सबसे नजदीकी मार्ग दिया जा सके।
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