बिहार में इस साल के आखिरी में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में तमाम नेता सक्रिय हो गए हैं। नए नेता भी इस बार किस्मत आजमाने को तैयार हैं। प्रशांत किशोर और पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे भी चुनावी बिगुल फूंक चुके हैं। बिहार की मौजूदा राजनीति पर जब सांसद पप्पू यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने साफ कहा कि बिहार ‘डगरा का बैगन’ नहीं है, लांडे,पांडे,चांडे यहां नहीं चलेंगे।
कांग्रेस की बैठक में शामिल होने पर पप्पू यादव ने कहा कि पप्पू यादव एक इंसान है और बिहार के 13 करोड़ लोगों की आवाज है। उनके लिए लड़ते हैं और जीतते हैं। आम आदमी की बात करते हैं। मैं एक बात साफ बता देना चाहता हूं कि बीजेपी वालों ने नीतीश कुमार के लिए क्या-क्या नहीं कहा? बिहार बीजेपी में कई मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं।
‘फेल हो जाएंगे प्रशांत किशोर’
पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर पर भड़कते हुए कहा कि बिहार एक नए चेहरे को चाहता है। जिसने नीतीश कुमार को ‘धर्मपिता’ कहा था, वह अब उनके ‘श्राद्ध’ की बात करता है। 2015 से पहले नीतीश कुमार तीन बार मुख्यमंत्री रह चुके थे, तब भी क्या इन्होंने ही उन्हें बनाया था? बिहार में पैसे और ब्लैकमेल की राजनीति नहीं चलेगी। प्रशांत किशोर असफल हो जाएंगे।
बिहार डगरा का बैगन नहीं है, लांडे-पांडेय-चांडे नहीं चलेंगे यहाँ: @pappuyadavjapl
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— News24 (@news24tvchannel) April 12, 2025
‘लांडे, पांडे और चांडे यहां नहीं चलेंगे’
प्रशांत किशोर और पूर्व आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे की राजनीति में एंट्री पर पप्पू यादव ने कहा कि बिहार को आप लोग ‘डगरा का बैगन’ समझ लिए हैं। ये लांडे, पांडे और चांडे यहां नहीं चलेंगे। तेजस्वी यादव पर उन्होंने कहा कि किसी दया और अनुकंपा पर राजनीति में आना अलग बात है। अब लालू प्रसाद यादव की आरजेडी नहीं रही। अब वे अहंकार में रहते हैं। उन्हें मुख्यमंत्री बनने की जल्दी है। वे मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं, लेकिन एनडीए को हराना नहीं चाहते।
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वहीं, प्रशांत किशोर की पटना के गांधी मैदान में हुई रैली को लेकर बीजेपी नेता दिलीप जयसवाल ने कहा कि जब कोई असफल होता है, तब वह आरोप लगाता है। उनके कार्यक्रम में मुश्किल से 20 से 25 हजार लोग आए थे। उनका नाम ‘पैसा किशोर’ रख देना चाहिए, क्योंकि पैसे के बल पर कोई राजनीति नहीं कर सकता। उनका पैसा डूब गया, हम सहानुभूति प्रकट करते हैं। बता दें कि प्रशांत किशोर ने आरोप लगाया था कि रैली में आने वाले लोग जाम में फंस गए थे, प्रशासन को पहले से बताया गया था लेकिन कोई तैयारी नहीं की गई।