Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासत इतनी गर्म है कि सभी पार्टी एक-दूसरे पर आरोपों की झड़ी लगाने में लगे हुए हैं. NDA के नेताओं पर प्रशांत किशोर का सीधा निशाना है. उन्होंने हाल ही में डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर चुनावी हलफनामें में अपनी शैक्षणिक योग्यता में गलत जानकारी देने का आरोप लगाया है. पीके का आरोप है कि अभी तक यह भी स्पष्ट नहीं हुआ है कि सम्राट चौधरी 10वीं पास है या नहीं.
‘एफिडेविट में कही नहीं लिखा कि 10वीं कब पास की’- PK
पीके का कहना है जब सम्राट से पूछा गया कि उन्होंने 10वीं कब पास की थी तो उन्होंने कहा कि हलफनामे में पढ़ा जा सकता है. मैंने जब इसे पढ़ा तो उसमें कहीं भी यह नहीं लिखा गया था कि उन्होंने कब 10वीं की थी. उनका दावा है कि उन्होंने कामराज यूनिवर्सिटी से PFC कोर्स किया था. मगर यह कोर्स तो तमिल भाषी लोगों के लिए होता है तो क्या सम्राट चौधरी को तमिल बोलना आता है.
सम्राट चौधरी के पास फर्जी एफिडेविट
इस पर सम्राट का स्पष्ट कहना है कि अब तक मूल रूप से उन्होंने नहीं बताया कि उन्होंने 10th कब पास की थी. अगर उन्होंने 10 या 12th पास नहीं की है तो PFC कोर्स की तमिल बोलनी आती है? अगर यह भी नहीं आता तो इसका मतलब साफ है कि उनकी डिग्री फर्जी है और कहीं से खरीदी गई है.
नरसंहार वाले केस का अपडेट क्या?
प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि साल 1995 में सम्राट पर नरसंहार का जो आरोप लगा था आखिर उसका स्टेटस अब क्या है? क्या उन्हें इस पर बेल मिली है या वह केस बंद हुआ है. प्रशांत का कहना है कि सम्राट चौधरी ने इस मामले में फर्जी एफिडेविट दिखारकर खुद को नाबालिग बताकर बचा लिया था.
कानूनी जांच करवाएंगे
सम्राट चौधरी के एफिडेविट को लेकर प्रशांत का कहना है कि उन्हें इन सब के बारे में बताना होगा. अब वे तारापुर से चुनाव लड़ रहे हैं तो हम कानूनी रूप से भी उनके एफिडेविट को कोर्ट में चैलेंज करेंगे.
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