Bihar Chunav 2025: बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर आयोग अंतिम तैयारियों का जायजा लेने पटना पहुंच चुके हैं. आज ताज होटल में इलेक्शन कमीशन के साथ सभी राजनीतिक दलों की बैठक हुई थी. इसके लिए बिहार बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भी बैठक में शामिल हुए थे. बीजेपी ने चुनाव आयोग से एक फेज में मतदान की मांग की है. वहीं, EC ने सभी पार्टियों को सलाह दी है कि मतगणना के बाद फॉर्म 17C को जरूर जमा करवाएं.
पटना के ताज होटल में हुई बैठक
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पटना के ताज होटल में मीटिंग चलेंगी. 2 दिन के इस दौरान चुनाव आयोग वोटिंग के लिए समीक्षा करेगा. इसके बाद आज दोपहर 2 बजे EC प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकता है. राज्य सरकार के साथ मीटिंग जारी है. वहीं, राजनीतिक दलों के साथ बैठक हो चुती है. इस मीटिंग के लिए सभी पार्टियों के प्रतिनिधियों ने शिरकत की थी. इसके अलावा, बिहार के सभी 38 जिलों के जिलाधिकारी, पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षकों समेत वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ भी चर्चा की जाएगी.
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चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन होगा- दिलीप जायसवाल
बिहार बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बताया कि चुनाव आयोग की गाइडलाइंस पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है ताकि उनका पालन हो सके. जायसवाल बोले- चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से अनुरोध किया है कि वे यह सुनिश्चित करें कि मतदान की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उनके पोलिंग एजेंट फॉर्म 17C जरूर जमा करें. दरअसल, उनका कहना है कि कुछ राजनीतिक दलों के पोलिंग एजेंट मतदान खत्म होने से पहले ही बूथ छोड़कर चले जाते हैं, जिससे बाद में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो जाता है. ऐसा करने से इससे बचा जाएगा.
क्यों जरूरी है Form 17C?
फॉर्म 17 सी एक ऐसा कागजात होता है जिस पर यह जानकारी होती है कि मतदान केंद्र पर कितने वोट डाले गए हैं. इस फॉर्म में EVM का सीरियल नंबर, मतदान केंद्र के मतदाताओं की संख्या, 17A के तगत रजिस्टर्ड वोटर्स की संख्या और वोटिंग मशीन में दर्ज वोटों की संख्या जैसी जानकारी होती है. इस फॉर्म के दूसरे हिस्से का इस्तेमाल मतगणना वाले दिन किया जाता है.
राजनीतिक दलों और चुनाव आयोग के बीच रहा सफल संवाद
मुख्य चुनाव आयुक्त श्री ज्ञानेश कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्तों, बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी और सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने भाग लिया. आयोग ने राजनीतिक दलों से लोकतंत्र की मजबूती हेतु पारदर्शिता और सौहार्दपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने का आह्वान किया. दलों ने मतदाता सूची शुद्धिकरण, मतदान केंद्रों पर 1,200 मतदाताओं की सीमा तय करने और नए प्रावधानों जैसे पोस्टल वोट गिनती व फॉर्म 17C की सराहना की. साथ ही, दलों ने छठ पर्व के बाद न्यूनतम चरणों में चुनाव कराने की मांग की और स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव पर पूरा विश्वास जताया है.
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