Teacher Mutual Transfer In Bihar: बिहार सरकार ने टीचरों के ट्रांसफर को लेकर अब तक कई चरणों में कदम उठाए गए हैं। इसके बावजूद अनेक टीचर असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। कुछ मामलों में देखा गया है कि 400 किमी दूर से ट्रांसफर होकर 30 किमी की दूरी तक तैनाती के बावजूद टीचर संतुष्ट नहीं हैं। दूसरी ओर कई विद्यालय ऐसे हैं, जहां से टीचरों का ट्रांसफर हो गया लेकिन उनके स्थान पर नए टीचर की तैनाती नहीं हो सकी, जिससे शैक्षणिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ ने गुरुवार को जारी आदेश में टीचरों के म्यूचुअल ट्रांसफर की नई व्यवस्था की जानकारी दी।
क्या है म्यूचुअल ट्रांसफर
नई व्यवस्था के तहत अब राज्य के सभी स्तरों के टीचर अपने ट्रांसफर के लिए खुद स्कूलों का चयन कर सकेंगे। उन्हें यह स्वतंत्रता दी गई है कि वे अपनी स्तर और सब्जेक्ट के अनुसार 2 से लेकर अधिकतम 10 शिक्षकों का एक समूह बनाकर म्यूचुअल ट्रांसफर कर सकें।
टीचर कैसे करेंगे आवेदन?
म्यूचुअल ट्रांसफर के लिए इच्छुक टीचरों को ई-शिक्षाकोष ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यहां टीचर लॉगिन करके अपने सब्जेक्ट और स्तर के अन्य इच्छुक टीचरों की सूची देख सकेंगे। OTP के माध्यम से शिक्षक एक-दूसरे से संपर्क कर सकेंगे। OTP सत्यापन के 3 दिनों के भीतर ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया जाएगा।
क्या है समयसीमा
म्यूचुअल ट्रांसफर की सुविधा इस साल विशेष परिस्थिति में 10 जुलाई से जुलाई माह के अंत तक लागू रहेगी। इस प्रक्रिया में न राज्य मुख्यालय और न ही जिला स्थापना समिति की कोई भूमिका होगी। इससे इसे पूरी तरह पारदर्शी और टीचर नियंत्रित बनाया गया है।
… तो रद्द हो जाएगा ट्रांसफर
यदि टीचरों का किसी समूह का कोई भी शिक्षक स्कूल में रोजाना योगदान नहीं देता है, तो उस पूरे समूह का ट्रांसफर आदेश स्वतः रद्द कर दिया जाएगा।
क्या है स्तर
टीचर अपने स्तर और सब्जेक्ट विषय के टीचर से ही म्यूचुअल ट्रांसफर कर सकेंगे। इस शर्त में सब्जेक्ट का अर्थ तो साफ है कि अपने सब्जेक्ट टीचर पढ़ाता है, उसी सब्जेक्ट को पढ़ाने वाले टीचर से संपर्क करे। वहीं स्तर का अर्थ नियमित शिक्षक, विशिष्ट शिक्षक और विद्यालय शिक्षक है। टीचर अपने स्तर के टीचर से ट्रांसफर ले सकते हैं।