बिहार के बाहुबली विधायक ने रीतलाल यादव ने 30 जुलाई को पटना सिविल कोर्ट स्थित एमपी-एमएलए विशेष कोर्ट में इच्छा मृत्यु की मांग की है। रीतलाल की इस मांग से पूरे प्रदेश में चर्चा का माहौल गरमा गया है। रीतलाल यादव आरजोडी से विधायक हैं। दरअसल, बुधवार को विधायक रीतलाल यादव को भागलपुर सेंट्रल जेल से पेशी के लिए एमपी-एमएलए लाया गया था।
विधायक ने बताई यह वजह
कोर्ट में विधायक रीतलाल यादव ने जज से कहा कि हुजूर, मुझे इच्छा मृत्यु चाहिए। मेरे ऊपर एक के बाद एक केस लादे जा रहे हैं। इसके अलावा रीत ने कोर्ट से मांग की कि उन्हें भागलपुर की बजाय बेउर जेल में ट्रांसफर कर दिया जाए।
यह भी पढ़ें: Patna: सड़क हादसे में एक की मौत के बाद हंगामा, गुस्साए लोगों ने की आगजनी
पत्नी ने जताया था एनकाउंटर का डर
हाल ही में, विधायक रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू कुमारी ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि उनके पति की पेशी के दौरान एनकाउंटर की साजिश रची जा रही है। उन्होंने एक शीर्ष पुलिस अधिकारी पर साजिश का आरोप लगाया था। अब पुलिस मुख्यालय ने पलटवार करते हुए खुद रिंकू कुमारी पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
पुलिस ने रिंकू पर कार्रवाई की थी मांग
पुलिस मुख्यालय ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि रिंकू कुमारी, जो कि जुलाई 2006 से पटना के कोथवां, मुसहरी में नियोजित शिक्षिका हैं। नवंबर 2017 से “विजय कंस्ट्रक्शन” नामक फर्म की साझेदार हैं। सरकारी सेवा में रहते हुए व्यावसायिक गतिविधियों में संलिप्त होना, बिहार सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 का उल्लंघन है। ऐसे में रिंकू कुमारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश की गई है। हालांकि, शिक्षा विभाग की ओर से अब तक कोई आधिकारिक कार्रवाई नहीं हुई है।
विधायक रीतलाल पर संगीन आरोप
बता दें कि रीतलाल यादव ने 17 अप्रैल को दानापुर कोर्ट में रंगदारी के एक मामले में सरेंडर किया था। उनके खिलाफ एक बिल्डर से 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने के आरोप में एफआईआर दर्ज है। 11 फरवरी को पुलिस ने उनके 10 से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी, जिसमें 10.5 लाख नकद, 77 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, कई पेन ड्राइव और जमीन से जुड़े कागजात बरामद हुए थे। उनके भाई पर भी एफआईआर दर्ज की गई थी।
1 मई को बदली थी जेल
पहले बेउर जेल में बंद रीतलाल को जेल में कथित “दरबार” चलाने की सूचना के बाद 1 मई को भागलपुर सेंट्रल जेल शिफ्ट कर दिया गया था। भागलपुर पहुंचने के बाद उन्होंने कथित हत्या की साजिश का आरोप लगाकर अनशन शुरू कर दिया था।
यह भी पढ़ें: Bihar: कौन था 50 हजार का इनामी डब्लू यादव? मुठभेढ़ में ढेर, दर्जनों मुकदमे थे दर्ज