बिहार के दानापुर के रहने वाले राजस्थान में रहकर अनिल सिंह ने आयुर्वेद के क्षेत्र में एक नया मुकाम हासिल किया है। उनकी कंपनी ‘नारायण औषधि’ ने सिर्फ 400 से ज्यादा आयुर्वेदिक दवाएं बना चुकी है, साथ ही कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज की भी एक प्रभावशाली दवा विकसित किया है।
अनिल सिंह और उनकी टीम ने कैंसर रोगियों के लिए ‘KIM100’ नामक एक आयुर्वेदिक दवा तैयार की है, जो शुरुआती परीक्षणों में काफी प्रभावी साबित हुई है। इस दवा को लेकर कैंसर रोगियों के बीच काफी उत्साह है और उन्हें उम्मीद है कि यह उनके इलाज में एक नया आयाम जोड़ सकती है।
जड़ी-बूटियों की खेती से आयुर्वेदिक साम्राज्य तक
अनिल सिंह का यह सफर काफी संघर्षपूर्ण रहा है। उन्होंने अपने पैतृक गांव में जड़ी-बूटियों की खेती से शुरुआत की और आज वे एक सफल सीरियल उद्यमी बनकर ‘नारायण औषधि’ के जरिए करोड़ों के आयुर्वेदिक साम्राज्य के मालिक हैं। उनकी यह कहानी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह इस बात का भी सबूत है कि अगर आपके पास सपने देखने की हिम्मत और उन्हें पूरा करने का जज्बा है, तो आप किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।
देश-विदेश में मिल रही है पहचान
देश में ‘नारायण औषधि’ की दवाएं आयुर्वेदिक डॉक्टरों इस्तेमाल कर रहे है और लोगो का इलाज का इलाज कर रहे है। अगर अनिल सिंह की योजना सबकुछ सही रही तो जल्द ही यूएई के साथ दुसरे देशों में भी अपनी दवाओं का निर्यात शुरू करने की है।
अनिल सिंह अपनी सफलता का श्रेय अपनी मां और भारत सरकार को देते हैं। अनिल कहते हैं की “मेरी मां मेरी सबसे बड़ी आदर्श हैं। उनकी प्रेरणा और मोदी सरकार के समर्थन से इस आयुर्वेद के क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिला।” अनिल सिंह की यह कहानी उन सभी लोगों के लिए एक मिसाल है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
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